गुरुग्राम: लोकसभा चुनाव के साथ ही साइबर सिटी गुरुग्राम का पारा भी चढ़ने लगा है. गुरुग्राम में सेक्टर 38 में स्थानीय नागरिकों ने सुविधा नहीं तो वोट नहीं के नारे वाले पोस्टर के साथ चुनाव में मतदान न करने का ऐलान कर दिया है. RWA प्रधान सजेश गुलिया की मानें तो सेक्टर-38 में 2016 में सड़कों का निर्माण हुआ था. उसके बाद कागजों और आश्वासनों के सहारे सेक्टर की सड़कें, सीवर और पीने के पानी का काम किया जा रहा है.
शहर में लगे चुनाव बहिष्कार के पोस्टर: स्थानीय निवासियों ने नगर निगम के अधिकारियों से लेकर विधायक, सांसदों तक से सेक्टर की बदहाली को लेकर गुहार लगाई, लेकिन किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. लेकिन अब बाजी सेक्टर वासियों के हाथ में है और अब यही लोग लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर रहे हैं. इस सेक्टर में करीब दस हजार वोटर्स हैं, जो शासन प्रशासन से इलाके की बदहाली को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं.
नेताओं से लगाई गुहार: स्थानीय निवासियों का कहना है कि सड़कों में पड़े गड्ढों के हालात सुधारने के लिए केंद्रीय मंत्री और सांसद को ज्ञापन सौंपे गए, उसके बावजूद भी जनता को सिर्फ आश्वासन ही मिले हैं. ऐसे में लोगों के पास केवल एक मात्र चुनाव बहिष्कार का ही विकल्प बचता है, ताकि नेताओं की आंखें खुल सके और वो इस इलाके की समस्याओं को समझ सके.
अधिकारियों ने हटाए पोस्टर: जैसे ही जिला प्रशासन में बैठे अधिकारियों को लोकसभा चुनावों के बहिष्कार के पोस्टरों की जानकारी मिली, वैसे ही सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया. पोस्टरों से बौखलाए अधिकारी मौके पर पहुंचे और पोस्टरों को हटाना शुरू कर दिया. लेकिन सेक्टर की समस्याओं से निजात दिलाने का काम शुरू किए बिना स्थानीय लोगों द्वारा चुनाव के बहिष्कार के पोस्टर हटाने का काम शुरू किया. लेकिन लोगों ने साफतौर पर कहा कि वो इस चुनाव में वोट नहीं करेंगे.