जयपुर. राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर रणभेरी बज चुकी है. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल अब पूरी तरीके से चुनावी रंग में आ चुके हैं. ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी ने अपने-अपने मुद्दों के जरिए जनता के बीच में पकड़ मजबूत करने में लग गए है. राम मंदिर के साथ बीजेपी ने जहां 'अबकी बार 400 पार और तीसरी बार फिर मोदी सरकार' के नारे के साथ चुनावी मैदान में है तो वहीं कांग्रेस ने 'मेरे विकास का दो हिसाब' का नारा दिया है. हालांकि, पिछले दो चुनाव से सभी 25 सीटों पर जीत दर्ज करती आ रही भाजपा इस बार भी 25 की 25 लोकसभा सीटों पर हैट्रिक लगाने को लेकर आश्वस्त है. जबकि कांग्रेस ने इस प्रदेश की तीन सीटों पर गठबंधन के साथ इस जीत के अजय रथ को रोकने की रणनीति में है. क्या है कांग्रेस बीजेपी की चुनावी रणनीति ? देखिए इस रिपोर्ट में...
राम मंदिर बड़ा मुद्दा : विधानसभा चुनाव 2023 में प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस भी स्टेट में सभा की, वहां पर वहां 'मोदी की गारंटी' दिया और आम जनता से आह्वान किया. अब इस बार लोकसभा चुनाव में फिर से मोदी की गारंटी का शोर सुनाई दे रहा है. हालांकि, इस बार भाजपा ने राम मंदिर के मुद्दे साथ 'अबकी बार 400 पार और तीसरी बार फिर मोदी सरकार' का नारा दिया है. बीजेपी इस बार सभी 25 सीटों पर इंडिपेंडेंट चुनाव लड़ रही है और दवा कर रही हे कि इस बार भी सभी 25 सीटों पर कमल खिलेगा. बीजेपी से राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ कहते हैं कि कांग्रेस ने प्रदेश में अपने पिछले कार्यकाल में सिर्फ भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़, महिला अपराध सहित कई मुद्दे देख लें, जनता ने इसीलिए कांग्रेस को सत्ता से बहार निकाला है.
पढ़ें : भाजपा ने सुभाष तंबोलिया को मैदान में उतारा, कांग्रेस प्रत्याशी का ऐलान बाकी - Rajasthan By Election
राठौड़ ने कहा कि इस बार केंद्र की मोदी सरकार के 10 वर्ष की उपलब्धियां और प्रदेश की भजनलाल सरकार के तीन महीने के काम-काज के साथ जनता के बीच में जाएंगे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में देश के लोगों ने सपने को साकार करते हुए देखा है. राम मंदिर की भव्य स्थापना, कश्मीर से अनुच्छे 370 हटाने सहित अनेक योजनाओं को इन 10 वर्षों में धरातल पर उतरे हुए देखा है. जिसमें प्रधानमंत्री किसान योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना सहित अन्य योजनाएं शामिल हैं. वहीं, प्रदेश की भजनलाल सरकार की ओर से पेपर लीक, महिला डेस्क, ERCP, यमुना समझौता, पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करना हो या फिर महिलाओं को 450 रुपये में घरेलू गैस सिलेंडर उपलब्ध करना होना हो, इन सब मुद्दों को भी जनता के बीच में बीजेपी रखेगी.
युवा और महंगाई : उधर कांग्रेस ने इस बार लोकसभा में 'मेरे विकास का दो हिसाब' का नारा दिया है. कांग्रेस युवा और महंगाई पर फोकस इस चुनावी मैदान में है. कांग्रेस प्रवक्ता यशवर्धन सिंह ने कहा कि देश में इस वक्त 45 सालों की सबसे ज्यादा बड़ी बेरोजगारी इस वक्त चल रही है. युवा बहुत ज्यादा हताश परेशान है. केंद्र सरकार ने तो 2 करोड़ नौकरी देने की बात की थी, उसमें पूरी तरह विफल हो चुकी है. इसके साथ ही महंगाई भी एक बड़ा मुद्दा है.
कांग्रेस ने सिलेंडर की कीमत को मुद्दा बनाया. महंगाई बढ़ती जा रही है, घर का पूरा बजट बिगड़ चुका है. वहीं, चुनिंदा लोगों के पास देश की बड़ी संपत्ति इकट्ठी हो गई और 70% से ज्यादा जनता को बिल्कुल जिंदगी जीने को मजबूर होना पड़ रहा है. पेपर लीक राष्ट्रीय समस्या है. इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे. यशवर्धन सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार में बनाए गए आरपीएससी मेंबर को हमारी सरकार ने जेल की सलाखों के पीछे भेजा. युवाओं के इस गंभीर मुद्दे पर कांग्रेस ने किसी तरीके से कोई कंप्रोमाइज नहीं किया. कांग्रेस प्रदेश और राष्ट्रीय मुद्दों के ऊपर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है और 4 जून को आश्चर्यजनक रिजल्ट आएगा.