पटना: देश में होने वाले लोकतंत्र का महापर्व लोकसभा चुनाव का निर्वाचन आयोग की तरफ से ऐलान कर दिया गया है. चुनाव के ऐलान होने के साथ पूरे देश में आचार संहिता लागू हो गया है. बिहार राज्य एक देश से और तीन राज्य की सीमा से जुड़ा हुआ है. बिहार पूरब में बंगाल के सीमावर्ती इलाके से जुड़ा हुआ है, पश्चिम में उत्तर प्रदेश, उत्तर में नेपाल और दक्षिण में झारखंड सीमा से जुड़ा हुआ है.
सभी बॉर्डर पर निगरानी तेज: चुनाव में अक्सर देखने को मिलता है कि राजनीतिक दल वोट के लिए पैसा बांटते हैं, वहीं कई इलाकों में बिहार में शराबबंदी होने के बावजूद भी शराब की पार्टी दी जाती है. इसी पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए निर्वाचन आयोग काफी सख्त है. राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्य सचिव एच आर श्रीनिवास ने साफ तौर पर कहा है कि राज्य के तमाम सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है.
"निर्वाचन आयोग के तरफ से सख्त निर्देश दिया गया है कि चुनाव के दौरान शराब व पैसा बांटने की सूचना मिलती है. बिहार में खास करके शराबबंदी कानून लागू है इस बात को ध्यान में रखते हुए सीमाओं पर चेकिंग बढ़ा दी गई है. सीमाओं पर अर्धसैनिक बल के साथ-साथ स्थानीय थाना, पड़ोसी राज्य के सीमा बल से समन्वय बनाकर चेकिंग करेंगे."- एच आर श्रीनिवास, मुख्य सचिव, राज्य निर्वाचन आयोग
शराब और पैसे पर ड्रोन से निगरानी: बताया गया कि सीमा की सड़कों के साथ-साथ कच्चा या जंगल के रास्ते से भी बिहार में शराब ना आ सके, इसको लेकर के कच्चा रास्ता, जंगल और नदी किनारों पर पेट्रोलिंग और ड्रोन से नजर रखी जाएगी. बिहार के शराब माफिया नई-नई तरकीब और नई रास्तों का उपयोग कर बिहार में शराब लाने का काम करते हैं, इसलिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से आचार संहिता को लागू करवाने में जुट गई है.
सभी बॉडर्र पर बनाया चेकपोस्ट: झारखंड, नेपाल, यूपी के सीमा पर 33 चेक पोस्ट बनाया गया है. कई चेक पोस्ट पर पांच लेयर में चेकिंग व्यवस्था की गई है, वहीं वरीय अधिकारी को लगाया गया है. सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से अर्धसैनिक बल, पुलिस बल की मदद से हर चेक पोस्ट और राज्य पर नजर बनाए हुए है. कुल मिलाकर कहा जाए तो लोकसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है. जहां एक तरफ निर्वाचन आयोग चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराने को लेकर तमाम व्यवस्था कर ली है
बिहार में 7 चरणों में चुनाव: बता दें कि बिहार में 40 लोकसभा सीट के लिए सात चरण में चुनाव होगा. 19 अप्रैल से चुनाव शुरू होगा. इस दौरान हर चरण में बिहार में अलग-अलग लोकसभा सीट पर वोट डाले जाएंगे. इस चुनाव को लेकर राजनीतिक दल भी जुट गए हैं. पैसों की हेरा-फेरी, शराब और आर्म्स का आवागमन ना हो सके, इसके लिए प्रशासन की ओर से तमाम व्यवस्था की गई है.
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