उदयपुर. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को मेवाड़ पहुंचे, जहां उन्होंने उदयपुर से कांग्रेस प्रत्याशी ताराचंद मीणा के समर्थन में एक जनसभा की. इस दौरान गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार जमकर निशाना सथा. वहीं, एक बार फिर कन्हैयालाल हत्याकांड का मुद्दा उठाया. गहलोत ने कहा कि ताराचंद मीणा के लिए मुझे सीएस को फोन करना पड़ा, तब जाकर बड़ी मुश्किल से मीणा का इस्तीफा स्वीकार किया गया. भाजपा उम्मीदवार मन्नालाल रावत का इस्तीफा तो तत्काल स्वीकार कर लिया और इनको तीन महीने तक लटकाए रखा था. ताराचंद मीणा ने कलेक्टर रहते हुए कार्यकर्ता की तरह काम किया है.
केंद्र की मोदी सरकार पर खड़े किए सवाल : इस दौरान पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए पीएम के 'अबकी बार ट्रंप सरकार' के नारे पर तंज कसा. अपने भाषण के दौरान कहा कि पीएम मोदी ने 'अबकी बार ट्रंप सरकार' का नारा दिया और ट्रंप हार गए. इससे देश की क्या इज्जत रही ? देश को विश्व गुरु बनाने की बात करते हो और बोल रहे थे कि 'अगली सरकार ट्रंप सरकार'. मोदी जी आप प्रधानमंत्री सिर्फ भाजपा के नहीं हो, हम सबके हो. ये लोग कांग्रेस के खाते बंद कर रहे हैं. देश में स्थितियां ठीक नहीं हैं. संयुक्त राष्ट्र संघ भी बोल रहा है.
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पूर्व सीएम ने कहा कि देश में चुने हुए मुख्यमंत्री को जेल में डाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र तभी जिंदा रहता है, जब निष्पक्ष चुनाव होता है. आने वाले समय में यहां भी चीन और रूस की तरह चुनाव होंगे, जहां वो ही जीतता है, जिसे सरकार चाहती है.
फिर उठाया कन्हैयालाल हत्याकांड का मुद्दा : इस दौरान पूर्व सीएम ने बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा सिर्फ इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है. केस को लेकर झूठ का पुलिंदा फैलाया है. ये केस उस समय हमसे नहीं लेते तो आज अपराधियों को फांसी हो जाती. गहलोत ने कहा कि भाजपा ने कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर सबसे बड़ा झूठ बोला है. इतिहास माफ नहीं करेगा. जिस दिन कन्हैयालाल हत्याकांड हुआ, उस दिन भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया और राजेंद्र राठौड़ भाजपा की बैठक में हैदराबाद में थे. मैं उस दिन सारा काम छोड़कर जोधपुर से जयपुर गया. हमारी सरकार ने 2 घंटे के भीतर आरोपियों को पकड़ लिया था. केंद्र सरकार ने इस हत्याकांड की जांच हमारी पुलिस से लेकर एनआईए को सौंप दी थी. इस मामले की जांच हमारी सरकार के पास होती तो अब तक आरोपियों को फांसी हो चुकी होती.