लखनऊ : चुनाव आयोग के निर्देश पर इस बार हाई राइज बिल्डिंग में भी मतदान कराए जाने के लिए पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे. गोमतीनगर विस्तार सहित अन्य स्थानों पर बने 17 अपार्टमेंट में पोलिंग बूथ बनाने की तैयारी की गई है. इसके अलावा निर्वाचन आयोग ने इस बार 85 प्लस वाले सीनियर सिटीजंस मतदाता को घर पर ही पोस्ट बैलेट के माध्यम से वोटिंग की सुविधा दी जाएगी. निर्वाचन आयोग की अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी निधि श्रीवास्तव ने ईटीवी भारत से कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं.
सीनियर सिटीजन को सहूलियतः निधि श्रीवास्तव ने बताया कि मतदान फीसद बढ़ाने को लेकर कई तरह की सुविधाएं शुरू करने का फैसला निर्वाचन आयोग के स्तर पर लिया गया है. इसी क्रम में अपार्टमेंट के पास पोलिंग बूथ बनाने के साथ 85 प्लस सीनियर सिटीजन के लिए घर पर ही पोस्ट बैलेट से मतदान कराने की योजना बनाई है. पिछले लोकसभा चुनाव में यूपी का वोट फीसद 59.1% था और हमारा नेशनल एवरेज 67.4% था. इस गैप को भरने के लिए कम से कम 70% का लक्ष्य रखा गया है. इसी को देखते हुए निर्वाचन आयोग की तरफ से इन्नोवेटिव स्टेप लिया गया है.
गाजियबाद में 217 ब्लिडिंगों में बनेंगे बूथः यूपी में सबसे ज्यादा मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में पोलिंग बूथ या पोलिंग स्टेशन 217 हैं. जिसमें गाजियाबाद जनपद में 59 पोलिंग बूथ हैं. गौतम बुद्धनगर में 135 पुलिस स्टेशन बनाए गए हैं. मथुरा में दो, बरेली में एक, लखनऊ में 14 और कानपुर में 6 पोलिंग स्टेशन मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में बनाए गए हैं. इसका उद्देश्य यही है कि लोग अपने घरों से निकलें और सुविधाजनक तरीके से मतदान कर सकें. इसी तरह 85 प्लस वाले वोटर के लिए घर से ही मतदान की सुविधा दी जाएगी. सीनियर सिटीजन 12d फॉर्म बीएलओ के माध्यम से जमा करा सकते हैं. इस व्यवस्था के तहत पांच दिन के अंदर का नोटिफिकेशन अगर वह अपना यह ऑप्शन देते हैं कि वह घर से वोट करना चाहते हैं तो उसे ऑप्शन के क्रम में यह जो फार्म 12d कलेक्ट होगा. उसके क्रम में जिला निर्वाचन अधिकारी करेंगे और उनका घर से वोटिंग की फैसिलिटी दिलाएंगे.
वोटिंग के लिए छुट्टी न देने पर हो सकती है कार्रवाईः अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी निधि श्रीवास्तव का कहना है कि मतदान के दिन प्राइवेट सेक्टर के कमर्चारियों की छुट्टी की घोषणा होती है. इसके लिए इस बार सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. यह स्टेप बहुत महत्वपूर्ण है. हॉलीडे है और उसमें अगर कोई एंपलॉयर अपने एंप्लॉई को वोटिंग के लिए छुट्टी नहीं देता है तो वह भी एक पनिशेबल ऑफेंस होगा. अगर ऐसा कोई मामला आता है तो कार्रवाई की जाएगी.
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