नूंह/भिवानी: हरियाणा में लोकसभा चुनाव 25 मई को होने वाले हैं. चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से पूरा कराने के लिए आपराधिक तत्वों पर पैनी नजर रखी जा रही है. चुनाव के दौरान अपराधी वारदात कर सीमावर्ती राज्यों में नहीं चले जाएं, इसको लेकर राजस्थान और हरियाणा के अधिकारी लगातार मीटिंग कर के रणनीति बना रहे हैं. इसी क्रम में नूंह और भिवानी के जिला अधिकारियों की राजस्थान के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक हुई.
संदिग्ध तत्वों पर कड़ी नजर: नूंह उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी धीरेंद्र खड़गटा ने लोकसभा चुनाव को लेकर राजस्थान के भरतपुर और डीग के कलेक्टर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की. उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने भरतपुर के कलेक्टर को आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सुझाव दिया कि सूचना के त्वरित आदान-प्रदान को प्रत्येक स्तर सुगम बनाया जाए. ऐसे संदिग्ध तत्व जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं, जिनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड है उनकी सूची बनवाने, उत्पाद और पुलिस अधिकारियों की निरंतर गश्त, असामाजिक तत्वों के आने-जाने एवं सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनवाने, वाहन चैकिंग के लिए चेक पोस्ट बनवाने, अवैध व नकली मदिरा शराब वितरण, अवैध हथियार पर रोकथाम के संबंध में आपसी तालमेल बढ़ाया जाए.
अधिकारियों की मीटिंग: लोकसभा चुनाव को निष्पक्ष ढंग से करवाने के लिए हरियाणा और राजस्थान पुलिस ने रणनीति तैयार कर ली है. भिवानी में राजस्थान और हरियाणा के पांच जिलों के एसपी, डीएसपी और एसएचओ की अंतर्राज्यीय मीटिंग में इसको लेकर मास्टर प्लान बनाया गया. भिवानी के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में राजस्थान के चुरू, हनुमानगढ़ और झुंझनू तथा हरियाणा के भिवानी और महेंद्रगढ़ जिला के एसपी, डीएसपी और एसएचओ की कई घंटे की बैठक में गहन मंथन किया गया ताकि चुनाव को निष्पक्ष करवाने के लिए वांछित अपराधियों को पकड़ा जा सका. भिवानी एसपी वरूण सिंगला ने बताया कि पांचों जिलों के वांछित अपराधियों की लिस्ट आपस में शेयर की गयी है जिसमें 100 से ज्यादा वांछित अपराधियों के नाम हैं. उन्होंने बताया कि अंतर्राज्यीय बॉर्डर पर 10 नाके और सीसीटीवी लगाए गए हैं.