अशोकनगर। लोकसभा चुनाव 2024 में गुना संसदीय क्षेत्र से ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है. इसीलिए अपने चुनाव प्रचार में सिंधिया किसी भी तरह की कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते. ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ-साथ उनके बेटे भी क्षेत्र में प्रचार कर पिता के लिए वोट मांग रहे हैं. इसी बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महाआर्यमन सिंधिया दो दिवसीय दौरे पर अशोकनगर पहुंचे हैं. जहां उन्होने चंदेरी के मां जागेश्वरी मंदिर पर पहुंचकर भजन भी गाये. साथ ही बाजार पहुंचकर कढ़ाई में समोसे भी तलते नजर आए. महा आर्यमन का यह निराला अंदाज स्थानीय लोगों को बहुत भाया.
2019 के लोकसभा चुनाव में हार गए थे सिंधिया
बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में थे. उस समय भाजपा ने उनके सामने डॉक्टर केपी यादव को उम्मीदवार घोषित किया था. फिर चुनाव परिणामों में सिंधिया की हार हुई थी. हालांकि भाजपा में आने के बाद गुना से एक बार फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रत्याशी बनाया गया है. तो वहीं कांग्रेस से राव यादवेंद्र सिंह यादव को प्रत्याशी घोषित किया गया है. इस पूरे चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया का पूरा परिवार चुनावी मैदान में है और प्रचार प्रसार कर रहा है.
जागेश्वरी मंदिर पहुंचकर महिलाओं के साथ गाये भजन
ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी पत्नी प्रियदर्शनी के बाद अब उनके पुत्र महा आर्यमन भी चुनाव प्रचार करने के लिए अशोकनगर जिले में पहुंचे. जहां चंदेरी में सबसे पहले उन्होंने जागेश्वरी माता मंदिर पहुंचकर महिलाओं के साथ भजन कीर्तन गाए. ये देखकर वहां पर मौजूद सभी लोग खुश दिखाई दिए.
व्यापारी से मां प्रियदर्शनी की कराई वीडियो कॉल पर बात
महा आर्यमन जब चंदेरी घूमने के लिए बाजार में निकले तो वहां उन्हें कपड़े के व्यापारी की दुकान दिखाई दी. दुकान पर पहुंचने के बाद उन्होंने अपने ही मोबाइल से अपनी मां प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को वीडियो कॉल कर व्यापारी से बात कराई. जिस पर उनकी मां ने व्यापारी से चर्चा कर उसकी दुकान का विजिटिंग कार्ड भी देने की बात कही.
कढ़ाई में तले समोसे
नगर भ्रमण के दौरान महा आर्यमन कढ़ाई में समोसे तलते भी नजर आए. इसके साथ ही उन्होंने बाजार में समोसे का भी लुप्त उठाया और अपने साथ लोगों को भी समोसे खिलाए. वहीं उन्होंने बाजार में कई दुकानदारों और स्थानीय लोगों से चर्चा की. जिसके कारण उनके इस अनोखे अंदाज की स्थानीय लोगों ने जमकर सहाराना की है.