बहरोड़. अलवर से पूर्व सांसद डॉक्टर करण सिंह यादव ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया. मीडिया से बात करते हुए करण सिंह यादव ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने उनकी राजनीति हत्या की है. अलवर में सिर्फ भंवर जितेंद्र सिंह की चलती है.
उन्होंने कहा कि अलवर से एक छोटे से बच्चे को टिकट देकर मेरा अपमान किया है. मैं अलवर से दो बार सांसद और दो बार विधायक रहा हूं. जबकि ललित यादव को अभी राजनीति अनुभव भी नहीं है. वो राजनीति के बारे मे अभी क्या जानता है. विधायक बने भी अभी सिर्फ दो महीने ही हुए हैं. उसको राजनीति के बारे में कुछ भी नहीं पता है.
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24 घंटे में करूंगा घोषणा : पूर्व सांसद डॉक्टर करण सिंह से जब पूछा गया कि क्या आप बीजेपी में जाएंगे तो उन्होंने कहा कि इस बारे में 24 घंटे बाद आपको बता दिया जाएगा. इस बारे में अपने साथियों से बातचीत करूंगा और फिर निर्णय लूंगा. कांग्रेस पार्टी ने राजाओं को हराकर सत्ता हासिल की, लेकिन पार्टी आज राजाओं की बात मान रही है. अब अलवर जिले की जनता पूरी तरह से जागरूक हो चुकी है.
विधानसभा में भी की थी बगावत : बहरोड़ से विधानसभा का टिकट नहीं मिलने पर भी डॉक्टर करण सिंह यादव ने नाराजगी जताई थी और उनपर कांग्रेस प्रत्याशी संजय यादव की मुखालफत कर कर बीजेपी का साथ देने का आरोप लगा था. वहीं, जब कांग्रेस पार्टी ने करण सिंह को अलवर से लोकसभा का टिकट नहीं दिया तो उन्होंने पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया.
विधानसभा में समर्थन, लोकसभा में विरोध : अलवर से लोकसभा का टिकट लेने वाले ललित यादव का डॉक्टर करण सिंह यादव ने विधानसभा में सपोर्ट किया था, लेकिन अब जब खुद को लोकसभा का टिकट नहीं मिला तो ललित यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और बगावत कर पार्टी से इस्तीफा भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोडासरा को भेज दिया है. पूर्व सांसद करण सिंह यादव आने वाले समय में किस पार्टी को सपोर्ट करेंगे, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.