कुरूक्षेत्र: इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी को समर्थन उनको लोकसभा चुनाव के लिए दिया गया है लेकिन विधानसभा चुनाव में भी यह समर्थन जारी रहेगा और मिलजुल कर चुनाव लड़ा जाएगा. अभय चौटाला ने किसान नेताओं द्वारा समर्थन दिए जाने पर उनका धन्यवाद किया और अभार जताया.
इनेलो ने किसान का दर्द समझा: गुरनाम सिंह चढुनी ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान किसानों के दुख दर्द को इनेलो ने समझा है और किसान आंदोलन में अभय सिंह चौटाला पूरे देश में एक मात्र विधायक थे जिन्होंने अपने विधायक पद से इस्तीफा दिया और आंदोलन को मजबूत किया. आज उस कर्ज को उतारने का समय आ गया है.
बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना: गुरनाम सिंह चढुनी ने जहां भाजपा को किसानों का दुश्मन बताया वहीं विपक्ष के नेता भूपेंद्र हुड्डा पर निशान साधा और कहा कि "भूपेंद्र हुड्डा हरियाणा में भाजपा को जितवाना चाहते हैं. भाजपा और हुड्डा का खेल हरियाणा में चल रहा है. बीजेपी ने हुड्डा के साथ सेटिंग की है जिसका सबूत यह है कि अगर हुड्डा हरियाणा में लोकसभा की दसों सीटें जीतना चाहते तो एक सीट इनेलो और एक सीट हमें देते जिससे दसों सीटें हम सब मिल कर जीतते. पहली सेटिंग बीजेपी ने हुड्डा के साथ यह की कि किसी भी मजबूत पार्टी के साथ समझौता नहीं करना है, दूसरा कमजोर उम्मीदवार देने हैं जैसे कुरूक्षेत्र में सुशील गुप्ता को उतारा. सुशील गुप्ता का हरियाणा में क्या है न तो उनका यहां कोई घर है और न ही यह उनकी जन्म स्थली है. भूपेंद्र हुड्डा और बीजेपी की हरियाणा में मिलीभगत है जो देश और प्रदेश के लिए खतरा है. मैं तो यह कहूंगा कि कांग्रेस पार्टी को सबसे पहले हुड्डा से किनार कर लेना चाहिए और हुड्डा को सभी पदों से मुक्त कर देना चाहिए. चढुनी ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनो ही पार्टियां कारपोरेट घरानों की एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं और कारपोरेट घरानों के लिए ही कानून बना रहे हैं".
विधानसभा चुनावों में भी साथ रहेंगे: इस मौके पर अभय सिंह चौटाला ने कहा कि "हमने हमेशा ही किसान और कमेरे की आवाज को विधानसभा के अंदर और बाहर उठाया है. मैंने विधानसभा में कहा था कि बीजेपी और जेजेपी को गांवों में घुसने नहीं दिया जाएगा. आज मेरी बात सच साबित हो रही है." अभय सिंह ने कहा कि "बीजेपी ने भूपेंद्र हुड्डा को ईडी के माध्यम से डराया हुआ है जिसके कारण भूपेंद्र हुड्डा बीजेपी के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस को सत्ता से दूर रखेंगे और 4 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में भी हम सब इकटृठे रहेंगे".
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