बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण में सात सीटों पर मतदान होना है. 7 मई को होने वाले मतदान से पहले अनिवार्य सेवा में लगे कर्मचारियों को मतदान का मौका राज्य निर्वाचन आयोग ने दिया. चुनाव आयोग के मुताबिक छत्तीसगढ़ में दस सेवाओं को अनिवार्य सेवा के रुप में रखा गया है. जिन विभागों और कर्मचारियों को अनिवार्य सेवा के रुप में चिन्हित किया गया है उन कर्मचारियों ने आज अपना मतदान बैलेट पेपर के जरिए किया.
बैलेट पेपर से डाले गए वोट: चुनाव आयोग ने जिन दस सेवाओं को अनिवार्य सेवा के रुप में अधिसूचित किया गया है उसमें मान्यता प्राप्त पत्रकार, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, वद्युत विभाग, रेल एवं परिवहन, डाक एवं टेलीग्राम, बीएसएनल, ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध संघ मर्यादित और भारतीय खाद्य निगम शामिल हैं. पहली बार मीडियाकर्मियों को मतदाधिकार का इस्तेमाल डाक मतपत्रों के जरिए दिया गया.
चुनाव आयोग की तारीफ: डाक मतपत्रों के जरिए वोट करने वालों ने खुशी जाहिर की है साथ ही चुनाव आयोग के पहल की तारीफ भी की है. अनिवार्य सेवा में काम करने वाले वोटर पहले अपना वोट कास्ट नहीं कर पाते थे. या फिर उनको इस सुविधा की जानकारी नहीं होती थी. चुनाव आयोग ने इस इस बार लोगों को तक जानकारी भी मुहैया कराई. राज्य निर्वाचन आयोग की पूरी कोशिश है कि मतदान का प्रतिशत बढ़ाया जाए. लोगों को वोटिंग के लिए भी जागरुक किया जाए इसकी कोशिश में जुटी है. डाक मत पत्रों के जरिए वोट करने वाले कर्मचारी अब मतदान के दिन अपनी ड्यूटी पर भी रहेंगे तो उनको इस बात का सुकून रहेगा कि उन्होने अपना वोट कास्ट कर दिया है.