चित्तौड़गढ़. नाम वापसी के अंतिम दिन चित्तौड़गढ़ लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवारों की तस्वीर साफ हो गई है. मुख्य मुकाबला भाजपा, कांग्रेस के बीच होगा, लेकिन भील आदिवासी पार्टी के मैदान में डटे रहने से मुकाबला त्रिकोणीय बनने के आसार हैं. नाम वापसी के अंतिम दिन निर्दलीय गुलाबचंद ने अपना नामांकन वापस ले लिया.
प्रभारी अधिकारी सांख्यिकी प्रकोष्ठ जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी राकेश पुरोहित ने बताया कि एक निर्दलीय ने अपना नामांकन पर्चा वापस लिया है. इसके साथ ही चुनावी मैदान में अब 18 प्रत्याशी रह गए हैं. इनमें नौ उम्मीदवार निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं. फिलहाल, लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में कांग्रेस के उदयलाल आंजना और भाजपा के सीपी जोशी के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है, लेकिन भील आदिवासी पार्टी का प्रतापगढ़ और बड़ी सादड़ी विधानसभा क्षेत्र में अच्छा प्रभाव माना जा रहा है. ऐसे में भील आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी मांगीलाल निनामा मुकाबले को त्रिकोणीय बना सकते हैं.
विधानसभा चुनाव में 59 हजार का अंतर : वरिष्ठ पत्रकार पीके अग्रवाल के अनुसार लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव को आधार माना जाए, तो भाजपा और कांग्रेस के मतों में महज 59,574 मतों का ही अंतर रहा था. भाजपा को सभी आठ विधानसभाओं में 7 लाख 8 हजार 985 मत मिले, जबकि कांग्रेस को 6 लाख 49 हजार 411 मत प्राप्त हुए थे. निर्दलीय प्रत्याशियों ने 2 लाख से अधिक मत हासिल किए थे. भील आदिवासी पार्टी ने 62,023 वोट हासिल किए.