बीकानेर. राजस्थान में बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने पूर्व मंत्री और विधानसभा चुनाव में खाजूवाला से चुनाव हारे गोविंद मेघवाल पर दांव खेला है. भाजपा ने पहले ही केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को चौथी बार अपना उम्मीदवार बनाया है तो वहीं अब अर्जुन के मुकाबले में कांग्रेस ने गोविंद मेघवाल को मैदान में उतारा है.
कभी भाजपा में रहे गोविंद अब कांग्रेस के सिपाही : छात्र राजनीति से ही सक्रिय गोविंद मेघवाल विधानसभा का 2003 में पहला चुनाव भाजपा से जीते थे. उस वक्त गोविंद मेघवाल नोखा सुरक्षित सीट से चुनाव जीते और उसके बाद वसुंधरा सरकार में संसदीय सचिव भी बने, लेकिन 2008 में हुए परिसीमन के बाद खाजूवाला से गोविंद मेघवाल को भाजपा ने टिकट नहीं दिया. जिसके बाद गोविंद मेघवाल ने पार्टी छोड़ दी और निर्दलीय ही मैदान में उतरे. हालांकि, उन्हें सफलता नहीं मिली. 2018 में गोविंद कांग्रेस में शामिल हुए और चुनाव जीते. उसके बाद अशोक गहलोत की सरकार में आपदा राहत विभाग के कैबिनेट मंत्री बने और प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी रहे.
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बसपा से भी लड़ चुके हैं लोकसभा चुनाव : गोविंद मेघवाल एक बार बहुजन समाज पार्टी से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि, इस चुनाव में भी उन्हें सफलता नहीं मिली. अब कांग्रेस में दलित नेता के तौर पर गोविंद मेघवाल की छवि है और उन्हें एक विभाग के नेता के रूप में जाना जाता है.
बयानों के चलते रहते हैं चर्चा में : गोविंद मेघवाल अक्सर अपने बयानों के चलते चर्चा में रहते हैं और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल को लेकर उनकी तल्खी कई बार नजर आ चुकी है. 2018 में बड़े अंतर से विधानसभा का चुनाव जीतने वाले गोविंद मेघवाल इस बार 15 हजार से भी अधिक वोटों से चुनाव हारे. बावजूद इसके, कांग्रेस के पास कोई ऐसा बड़ा नेता नहीं था जो अर्जुन मेघवाल को टक्कर दे सके. ऐसे में पार्टी ने गोविंद मेघवाल पर ही दांव खेला है.