करनाल: हरियाणा में करनाल लोकसभा सीट पर कांग्रेस द्वारा युवा नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा को प्रत्याशी बनाया गया है. इनको प्रत्याशी बनाए जाने से पहले करनाल लोकसभा सीट पर कांग्रेस के नेता अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे. जिनमें से एक पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा के बेटे चाणक्य शर्मा थे. चाणक्य शर्मा पिछले काफी समय करनाल लोकसभा में घूम कर लोगों से रूबरू हो रहे थे और वह लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक थे. लेकिन कांग्रेस पार्टी के द्वारा उनको प्रत्याशी न बनाकर दिव्यांशु बुद्धिराजा को प्रत्याशी बनाया गया है.
बेटे को टिकट नहीं मिलने का गम: जिसके बाद पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा का बेटे को टिकट न मिलने पर दर्द छलका है. पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने कहा चाणक्य पंडित को लोकसभा के लिए कांग्रेस पार्टी की टिकट नहीं मिलना कोई नही बात नही है. निराशा से ज्यादा लोगो को जो आशा थी कि एक नौजवान चाणक्य पंडित उनकी सेवा करे. इसलिए लोगों की आशा पूरी नहीं हुई. हालांकि कुलदीप शर्मा को भूपेंद्र सिंह हुड्डा का काफी नजदीकी बताया जाता है और इस लोकसभा चुनाव में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नजदीकियों को टिकट मिला है. लेकिन उनके बेटे की टिकट कट गई.
मनोहर लाल पर साधा निशाना: जब उनसे सवाल किया गया कि मनोहर लाल के सामने युवा नेता को उतारा गया है. इस पर उन्होंने बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के प्रत्याशी दिव्यांशु लड़ाके हैं. उन्हें डमी कैंडिडेट कैसे कह सकते हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव नॉमिनेशन के दिन वे सोनीपत में थे. इसलिए करनाल नहीं आए. उन्होंने कहा कि दिव्यांशु को भगोड़ा कहना पूर्व सीएम को शोभा नहीं देता. कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ जो केस दर्ज है वो सिर्फ प्रदर्शन करने के हैं.
'बुद्धिराजा के लिए करेंगे प्रचार': उन्होंने कहा कि कांग्रेस को मजबूत करने के लिए हम गांव-गांव जाएंगे और जिसको पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाया गया है, उसकी प्रत्येक पार्टी का कार्यकर्ता और नेता समर्थन करता है. वह भी उनके लिए चुनाव प्रचार करेंगे. जहां भी दिव्यांशु बुद्धिराजा के द्वारा उनकी ड्यूटी लगाई जाएगी, वह अपनी ड्यूटी निभाएंगे. कुलदीप शर्मा ने कहा की कांग्रेस का कुनबा बढ़ा रहा है. कुछ विधायक और पूर्व विधायक कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं.