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उत्पाद विभाग में करोड़ों का हेरा फेरी, विजन कंपनी को नोटिस, 4 करोड़ 79 लाख का हुआ है गड़बड़ झाला - Hazaribag liquor scam

Irregularities in liquor sales in Hazaribag. खूंटी के बाद हजारीबाग में भी शराब घोटाला सामने आया है. यहां भी शराब बेचने के दौरान 4 करोड़ 79 हजार 257 रुपए की हेरा फेरी की गई है. विभाग की ओर से कंपनी को पैसे देने के लिए पत्र भेजा गया है.

Irregularities in liquor sales in Hazaribag
हजारीबाग उत्पाद विभाग कार्यालय (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 5, 2024, 9:37 PM IST

हजारीबाग: इन दिनों झारखंड में उत्पाद विभाग काफी चर्चा में है. उत्पाद विभाग में सिपाही की दौड़ में एक दर्जन अभ्यर्थी की मौत हुई है तो कई अभ्यर्थी बीमार भी पड़ गए हैं. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने तीन दिन तक भर्ती परीक्षा पर रोक लगा दी थी. अब यह शुरू होने वाली है. तो दूसरी ओर झारखंड राज्य बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड ने हजारीबाग चतरा और कोडरमा जिला में उत्पाद विभाग में बड़े घोटाले या फिर कहा जाए तो गबन को लेकर चिट्ठी जारी की है.

विजन कंपनी के ऊपर गड़बड़ी का आरोप लगा है. 4 करोड़ 79 हजार 257 रुपए की हेरा फेरी का मामला प्रकाश में आया है. हजारीबाग में लगभग 2 करोड़ 75 लाख रुपए की हेरा फेरी हुई है. ईटीवी भारत के पास एक गोपनीय चिट्ठी हाथ लगी है. इस पर हजारीबाग में सेवा दे रहे सहायक उत्पाद आयुक्त ने भी मुहर लगाते हुए कहा है कि जिन लोगों के पास पैसा है उनसे वसूली के लिए नोटिस जारी की गई है.

दरअसल, पूरा माजरा यह है कि झारखंड राज्य बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड के महाप्रबंधक ने खुदरा उत्पाद दुकानों का प्रतिवेदित अंतर बिक्री राशि के जमा राशि नहीं करने के संबंध में पत्र जारी किया है. हजारीबाग जिला जोन 10 में आता है. जिसमें हजारीबाग, चतरा और कोडरमा जिला शामिल है. इन जिलों से शराब बेचने के बाद 4 करोड़ 79 हजार 257 रुपए बिक्री के विरुद्ध कम पैसे जमा किए गए हैं. मतलब इतने पैसा का गबन कर लिया गया है.

झारखंड में विजन हॉस्पिटैलिटी सर्विस एंड कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड को टेंडर दिया गया है. ऐसे में इस कंपनी ने इन तीन जिलों में जितनी शराब की बिक्री हुई है उससे कम पैसे बैंक में जमा की है. ऐसे में महाप्रबंधक ने इन्हें नोटिस जारी किया है कि अविलंब पंजाब नेशनल बैंक के खाता में पैसा सुनिश्चित करें अन्यथा कंपनी पर विधि संवत कार्रवाई की जाएगी.

इसके पीछे का खेल यह है कि सेल्समेन जो दुकान में शराब बेचते हैं वो ही इस खेल के पीछे हैं. कुल बिक्री का पैसा जमा नहीं करते हैं. जो पैसा ऑनलाइन जमा होता है वह बैंक में चला जाता है. जो कैश दिया जाता है उसमें ही खेल खेला जाता है. कई सेल्समैन फरार भी हो गए हैं. यह भी जानकारी मिली है कि विभाग कंपनी से बैंक गारंटी के रूप में पैसा जमा कराती है. जब पैसा बैंक गारंटी से लगभग बराबर हो जाती है तो पैसा रिकवर कर लिया जाता है. आने वाले दिनों में विजन कंपनी पर कार्रवाई करते हुए पैसा वसूली भी की जाती है तो कोई बड़ी बात नहीं होगी.


हजारीबाग में पदस्थापित सहायक उत्पादन आयुक्त शिवकुमार साहू ने कहा कि यह चिट्ठी हजारीबाग उत्पाद विभाग को भी प्राप्त हुई है. जो भी पैसा लेकर जमा नहीं किए हैं उन्हें नोटिस जारी किया गया है. विभाग इस पर गंभीर है.

ये भी पढ़ें- खूंटी में करोड़ों रुपये का शराब घोटाला, उत्पाद अधीक्षक ने राशि रिकवरी के लिए एजेंसी को लिखा पत्र - Liquor Scam

हजारीबाग: इन दिनों झारखंड में उत्पाद विभाग काफी चर्चा में है. उत्पाद विभाग में सिपाही की दौड़ में एक दर्जन अभ्यर्थी की मौत हुई है तो कई अभ्यर्थी बीमार भी पड़ गए हैं. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने तीन दिन तक भर्ती परीक्षा पर रोक लगा दी थी. अब यह शुरू होने वाली है. तो दूसरी ओर झारखंड राज्य बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड ने हजारीबाग चतरा और कोडरमा जिला में उत्पाद विभाग में बड़े घोटाले या फिर कहा जाए तो गबन को लेकर चिट्ठी जारी की है.

विजन कंपनी के ऊपर गड़बड़ी का आरोप लगा है. 4 करोड़ 79 हजार 257 रुपए की हेरा फेरी का मामला प्रकाश में आया है. हजारीबाग में लगभग 2 करोड़ 75 लाख रुपए की हेरा फेरी हुई है. ईटीवी भारत के पास एक गोपनीय चिट्ठी हाथ लगी है. इस पर हजारीबाग में सेवा दे रहे सहायक उत्पाद आयुक्त ने भी मुहर लगाते हुए कहा है कि जिन लोगों के पास पैसा है उनसे वसूली के लिए नोटिस जारी की गई है.

दरअसल, पूरा माजरा यह है कि झारखंड राज्य बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड के महाप्रबंधक ने खुदरा उत्पाद दुकानों का प्रतिवेदित अंतर बिक्री राशि के जमा राशि नहीं करने के संबंध में पत्र जारी किया है. हजारीबाग जिला जोन 10 में आता है. जिसमें हजारीबाग, चतरा और कोडरमा जिला शामिल है. इन जिलों से शराब बेचने के बाद 4 करोड़ 79 हजार 257 रुपए बिक्री के विरुद्ध कम पैसे जमा किए गए हैं. मतलब इतने पैसा का गबन कर लिया गया है.

झारखंड में विजन हॉस्पिटैलिटी सर्विस एंड कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड को टेंडर दिया गया है. ऐसे में इस कंपनी ने इन तीन जिलों में जितनी शराब की बिक्री हुई है उससे कम पैसे बैंक में जमा की है. ऐसे में महाप्रबंधक ने इन्हें नोटिस जारी किया है कि अविलंब पंजाब नेशनल बैंक के खाता में पैसा सुनिश्चित करें अन्यथा कंपनी पर विधि संवत कार्रवाई की जाएगी.

इसके पीछे का खेल यह है कि सेल्समेन जो दुकान में शराब बेचते हैं वो ही इस खेल के पीछे हैं. कुल बिक्री का पैसा जमा नहीं करते हैं. जो पैसा ऑनलाइन जमा होता है वह बैंक में चला जाता है. जो कैश दिया जाता है उसमें ही खेल खेला जाता है. कई सेल्समैन फरार भी हो गए हैं. यह भी जानकारी मिली है कि विभाग कंपनी से बैंक गारंटी के रूप में पैसा जमा कराती है. जब पैसा बैंक गारंटी से लगभग बराबर हो जाती है तो पैसा रिकवर कर लिया जाता है. आने वाले दिनों में विजन कंपनी पर कार्रवाई करते हुए पैसा वसूली भी की जाती है तो कोई बड़ी बात नहीं होगी.


हजारीबाग में पदस्थापित सहायक उत्पादन आयुक्त शिवकुमार साहू ने कहा कि यह चिट्ठी हजारीबाग उत्पाद विभाग को भी प्राप्त हुई है. जो भी पैसा लेकर जमा नहीं किए हैं उन्हें नोटिस जारी किया गया है. विभाग इस पर गंभीर है.

ये भी पढ़ें- खूंटी में करोड़ों रुपये का शराब घोटाला, उत्पाद अधीक्षक ने राशि रिकवरी के लिए एजेंसी को लिखा पत्र - Liquor Scam

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