रायपुर: छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाला मामले में ईओडब्ल्यू ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. प्रिज्म होलोग्राम कंपनी के स्टेट हेड दिलीप पांडे की गिरफ्तारी के बाद से EOW टीम एक्टिव हो गई है. आबकारी विभाग में पदस्थ 2 अधिकारियों को पूछताछ के लिए EOW की टीम ने शनिवार को ब्यूरो में बुलाया था. इस दौरान अधिकारियों ने 3 घंटे तक पूछताछ की और 5 पेज का बयान लिखित में लिया गया.
EOW की टीम ने आबकारी विभाग के 2 अफसरों से की पूछताछ: सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के लिए बुलाए गए आबकारी विभाग के अधिकारियों ने सिंडिकेट की मदद करने वाले और सिंडिकेट के काम में शामिल कुछ अफसर के खिलाफ सबूत दिए हैं. ईओडब्ल्यू की पूछताछ में पांच पेज का बयान देने वाले अफसर कोर्ट में बयान के दौरान पलट ना जाए इसलिए ईओडब्ल्यू की टीम ने जज के सामने कलमबद्ध बयान करने की तैयारी कर रही है. जानकारी के मुताबिक EOW के अधिकारी अब तक शराब घोटाले में आधा दर्जन से अधिक लोगों से कलमबद्ध बयान दर्ज कर चुकी है. जिनके बयान दर्ज हुए हैं उनमें से कई लोग ऐसे हैं जिनके खिलाफ शराब घोटाले में शामिल होने का भी आरोप है.
लिखित में बयान किया गया दर्ज: EOW ने 2 आबकारी अधिकारियों का कलमबद्ध बयान दर्ज करने के बाद दो और अधिकारियों को पूछताछ के लिए आने वाले दिनों में बुलाएंगे. ये ऐसे अधिकारी होंगे जो सिंडिकेट के कोर ग्रुप में शामिल अरुण पति त्रिपाठी के बेहद करीबी रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक इस साल इन अफसरों ने सिंडिकेट की मदद करने के लिए ट्रांसफर लिस्ट भी अपने हिसाब से निकलवाई थी.