वाराणसी : विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली के त्योहार पर इस बार लोग अपने पितरों के नाम काशी विश्वनाथ मंदिर के कॉरिडोर प्रांगण में दीप जला सकते हैं. दीप दान की यह सुविधा मंदिर प्रशासन उन लोगों को देने जा रहा है जो मंदिर नहीं आ सकते और दीपदान करना चाहते हैं. यह ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों रूप में उपलब्ध होगी. जिसकी बुकिंग करवाने के बाद भक्तों को घर बैठे बाबा विश्वनाथ का प्रसाद और रुद्राक्ष भी मिलेगा.
उन्होंने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर में विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली के अवसर पर लोग मंदिर के प्रांगण में अपने पितरों के नाम से दीपक जला सकेंगे. इस बारे में काशी विश्वनाथ मंदिर के एसडीएम शंभू शरण ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा देव दीपावली के तौर पर काशी में विश्व प्रसिद्ध है. इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने मांग की है कि उनके पितरों के नाम पर दीपक जलाने की सुविधा मंदिर प्रदान करे. इस बारे में हमने विस्तृत चर्चा करने के बाद एक प्लान बनाया और उसे लागू कर रहे हैं. इसकी कीमत चार कैटेगरी में रखी गई है. इस दीपदान की बुकिंग ऑनलाइन साइट www. shrikashivishwanath.org से या हेल्प डेस्क के जरिए ऑफलाइन भी कराई जा सकती है.
गंगा ज्योति दीपक इसमें पांच दीये जलाए जाएंगे. इसका शुल्क 1100 रुपये रखा गया है. ये दीपक गेट नंबर चार से मंदिर परिसर की ओर जलाए जा सकेंगे. इसमें 11 दीये जलाए जाएंगे. इसका शुल्क 2100 रुपये रखा गया है. इन दीपकों को गंगा की दिशा में रखा जाएगा. देव दीपक में 21 दीपक जलेंगे. इसका शुल्क 5100 रुपये रखा गया है. ये दीपक गंगा के सामने एवं मंदिर और घाट की सीढ़ियों की तरफ जलाए जाएंगे. दिव्य गंगा ज्योति दीपक को सुपर एक्सक्लूसिव कैटेगरी में रखा गया है. इसमें 51 दीपक जलाए जाएंगे. इसका शुल्क 11000 रुपये रखा गया है. इन ज्योतियों की बुकिंग श्रद्धालु ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से कर सकते हैं. पितरों का नाम अनिवार्य रूप से देना होगा. इसके अलावा दिए डोनेशन की बुकिंग करवाने वाले श्रद्धालुओं को घर बैठे बाबा विश्वनाथ का प्रसाद 350 रुपए में मिलेगा, जिसमें मिश्री रुद्राक्ष, ड्राई फ्रूट व बाबा की भस्म होगी.
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