नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना नदी के तट पर आईएसबीटी कश्मीरी गेट इलाके में डीडीए द्वारा यमुना आरती के लिए वासुदेव घाट बनाया गया है. मंगलवार देर शाम दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने वासुदेव घाट का उद्घाटन किया. इस दौरान वासुदेव घाट पर यमुना आरती भी हुई, जिसमें सभी धर्मो के पंत गुरुओं ने भी भाग लिया. यमुना जीवनदायिनी नदी है, इसे पुनर्जीवित करने के लिए और लोगों को यमुना से जोड़ने के लिए सरकार का यह सार्थक प्रयास है जो आगे भी जारी रहेगा.
इस अवसर पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि इस घाट के अलावा यमुना बाढ़ के मैदानों और अन्य घाटों का जीर्णोद्धार करके उन्हें पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस तरह की परियोजनाओं से न केवल यमुना के किनारे अपना पुराना स्वरूप वापस पा लेंगे, बल्कि यहां आकर लोगों को सुखद अनुभूति भी होगी.
दिल्ली के पुराने और ऐतिहासिक यमुना घाट का नाम कुदेसिया घाट से बदलकर वासुदेव घाट कर दिया गया है. मान्यता है कि इस घाट पर भगवान श्रीकृष्ण ने गाय चराई थी, इसी लिए इस घाट का नाम वासुदेव घाट किया गया है. यहां महीनों से डीडीए विभाग द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से घाट का निर्माण कार्य कराया जा रहा था, जिसकी निगरानी खुद दिल्ली के उपराज्यपाल कर रहे थे. बता दें कि यहां साइकिलिंग ट्रैक और पैदल चलने के क्षेत्र के प्रावधान के साथ हरे लॉन विकसित करने के अलावा जगह को दिलचस्प कलाकृति के साथ एक ऐतिहासिक रूप दिया गया है.
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