नई दिल्ली: सालभर पहले हटाए गए बस मार्शलों को पक्की नौकरी देने का मुद्दा लगातार सुर्खियों में है. एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स व बस मार्शलों की बहाली का श्रेय ले रही है. वहीं, आज दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखकर कहा कि उन्होंने 24 अक्टूबर को ही सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स और बस मार्शलों की बहाली 1 नवंबर से सुनिश्चित करने का सुझाव दिया था. लेकिन इस संबंध में सरकार से कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है. एलजी ने मुख्यमंत्री को सलाह दी है कि विधिपूर्वक सम्बंधित अधिकारियों को इनकी बहाली का प्रस्ताव प्रस्तुत करने का आदेश दें.
उपराज्यपाल ने आतिशी को लिखे पत्र में कहा है कि "पिछली 24 तारीख (नवंबर) को मैंने आने वाली दिवाली और अन्य त्योहारों के मद्देनज़र आपको पत्र लिख कर सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स/बस मार्शल्स की 1 नवंबर से बहाली सुनिश्चित करने को कहा था. साथ ही उनके रेगुलर इंगेजमेंट संबंधित विधिवत व्यापक प्रस्ताव तैयार कर भेजने का सुझाव भी दिया था. इस बावत आप पार्टी और नेताओं द्वारा काफी अवांछित राजनीति की गई और नेता विपक्ष सहित आप भी मुझसे मिली. अफसोस की बात है कि अब तक इस संबंध में सरकार से मुझे कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है."
उपराज्यपाल ने कहा है कि "मेरे द्वारा 24 अक्टूबर को सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स की तत्काल बहाली के आदेश दिल्ली में व्याप्त वायु प्रदुषण से निपटने के दृष्टिगत किये गए थे. आज दिल्ली में वायु प्रदुषण चरम पर है. यदि इनकी बहाली समय रहते कर दी गई होती तो निश्चय ही इस स्थिति से निबटने में सहायक होने के साथ साथ इनका कल्याण भी हो गया होता."
उप राज्यपाल ने मुख्यमंत्री आतिशी को लिखे पत्र में कहा है कि "मेरी आपको फिर सलाह है कि आप इस मामले को त्वरित रूप से संबोधित करें एवं विधिपूर्वक सम्बंधित अधिकारियों को इनकी बहाली का प्रस्ताव प्रस्तुत करने का आदेश दें. बेशक इसका श्रेय आप अथवा आपके नेता लेने की राजनीति करते रहें, लेकिन इन गरीब और लाचार लोगों के कल्याण सम्बन्धी निर्णय में अब और विलंब किसी भी तरह से उचित नहीं होगा.
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