नई दिल्ली: दिल्ली से हरियाणा के बीच नई रोड बनाने के लिए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने जमीन अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है. अर्बन एक्सटेंशन रोड (यूईआर) दिल्ली के मास्टर प्लान में इस सड़क को बनाने का प्रस्ताव था. अब इस प्रोजेक्ट को तीसरे दिन रोड के तौर पर डेवलप किया गया है. इससे लोगों को जाम से निजात मिलेगी. साथ ही दिल्ली से हरियाणा के बीच आवागमन शुगम होगा.
राज निवास अधिकारियों के मुताबिक, अर्बन एक्सटेंशन रोड दो की प्लानिंग एक बाईपास के जरिए उत्तर एवं दक्षिण पश्चिम दिल्ली के बीच भीड़भाड़ को कम करने के लिए की गई है. इसके लिए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने भरथल गांव में दो बीघा जमीन अधिग्रहण करने की भी मंजूरी दे दी है. इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहित न होने के कारण प्रोजेक्ट पूरा करने में 7 साल की देरी हो गई. अप्रैल 2016 में दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी ( डीडीए) ने दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के भरथाल गांव में जमीन अधिग्रहण करने के लिए उपराज्यपाल से अनुरोध किया था. लेकिन कई मुश्किलों के कारण भरथाल गांव में जमीन का अधिग्रहण नहीं हो पाया था. इससे अर्बन एक्सटेंशन रोड दो का प्रोजेक्ट पूरा होने में विलंब हो गया.
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अर्बन एक्सटेंशन रोड दिल्ली के मास्टर प्लान में प्रस्तावित इस प्रोजेक्ट को दिल्ली के तीसरे रिंग रोड के तौर पर डेवलप किया गया है. इतना ही नहीं इस प्रस्तावित रोड के जरिए धौला कुआं और मौजूदा रिंग रोड पर यातायात को कम करने की योजना है. अर्बन एक्सटेंशन रोड 2 को दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी की बोर्ड से प्रस्तावित किया गया था. इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत एनएच-1 और एनएच- 2 तक सड़कें बनाई गई हैं. जिससे उत्तरी दिल्ली में नरेला, बवाना रोहिणी से द्वारका उपनगरी, इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट और गुरुग्राम को जोड़ने की योजना बनाई गई है. इस रोड के माध्यम से दिल्ली के पश्चिमी हिस्से के राष्ट्रीय राजमार्गों एनएच1, एनएच 2, एनएच 8 और एनएच 10 को जोड़ा जाएगा.
बता दें कि अर्बन एक्सटेंशन रूट 2 के बनने के बाद दक्षिणी और हरियाणा के पूर्वी हिस्से के जिले - अंबाला पानीपत, करनाल, रोहतक एवं बहादुरगढ़ के लोगों को दिल्ली एवं गुरुग्राम आने तथा राजस्थान जाने में काफी सुविधा मिलेगी. लोग बिना जाम के समय से गंतव्य तक पहुंच सकेंगे.
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