प्रयागराजः इलाहाबाद हाईकोर्ट में लेटर पिटीशन दाखिल कर प्रयागराज महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के पर्व पर हुई भगदड़ की सीबीआई जांच की मांग की गई है.अधिवक्ता गौरव द्विवेदी के अनुसार लेटर पिटीशन में चीफ जस्टिस से घटना का सुओ मोटो संज्ञान लेते हुए जल्द सुनवाई की मांग की गई है. सोनभद्र के रिटायर डिप्टी डायरेक्टर सेंट्रल वाटर कमीशन राय चंद्र द्विवेदी की ओर से दाखिल लेटर पिटीशन में कहा गया है कि हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई और भगदड़ में 90 लोग घायल हुए थे. लेटर पिटीशन में घटना के दोषी अधिकारियों को निलंबित किए जाने की मांग की गई है. साथ ही आगामी स्नान पर्वों के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चुस्त दुरुस्त किए जाने का निर्देश दिए जाने की भी मांग की गई है.
गौरतलब है कि मौनी अमवावस्या पर मंगलवार देर रात करीब संगम नोज पर भगदड़ मच गई थी. प्रशासन का दावा है कि भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई है और 60 लोग घायल हुए हैं. सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. इसके साथ ही भगदड़ की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायायिक आयोग का गठन किया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार की अध्यक्षता वाले इस आयोग में सेवानिवृत्त आईएएस अफसर डी. के. सिंह और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी वी. के. गुप्ता भी शामिल हैं. आयोग ने अपनी जांच शुरू कर दी है. आयोग की टीम घटना स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया और अधिकारियों संग बैठक कर जानकारी लेगी. आयोग अपने गठन के एक महीने के अंदर जांच रिपोर्ट देगी.