कांकेर: कांकेर वन मण्डल के नरहरपुर परिक्षेत्र अन्तर्गत दुधावा में इन दिनों तेंदुए का आतंक बना हुआ है. शाम होते ही ग्रामीण अपने घरों के दरवाजे बंद कर देते हैं. छोटे बच्चे खेलने के लिए बाहर नहीं निकलते हैं. गांव के किसान दहशत में खेत जा रहे है. इलाके में आदमखोर तेंदुआ लगातार ग्रामीणों पर हमला कर रहा है. खास कर वह बच्चों को बार-बार निशाना बना रहा है, जिससे इलाके में दहशत का माहौल है.
बच्चे पर तेंदुए का हमला: कांकेर के दुधावा के बीच बस्ती में खेल रहे बच्चे पर मंगलवार शाम को तेंदुए ने हमला कर दिया. तेंदुए ने बच्चे को अपने जबड़े में दबोच लिया. इसके बाद 50 मीटर तक उसे घसीटते ले गया. हालांकि एक पालतू कुत्ते ने जा कर तेंदुए के जबड़े से बच्चे को छुड़ाया फिर ग्रामीणों के शोर मचाने पर तेंदुआ बच्चे को छोड़ कर भाग गया.
शाम होते ही घर के दरवाजे बंद हो जाते हैं. तेंदुए का आतंक तो है ही भालू भी गांव में घुस जाते हैं. मंगलवार की घटना से पूरा गांव सहम गया है. -देवचंद भास्कर, ग्रामीण
तेंदुआ बच्चों को बना रहा शिकार: इस बारे में दुधावा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि दुधावा में बच्चों पर आदम खोर तेंदुए का ये तीसरा हमला है. 4 अगस्त को तेंदुआ कोड़मुड़ से एक बच्चे को उठा ले गया था, जिसका सिर्फ सिर ही मिला है. सप्ताह भर पहले 25 सितंबर को दुधावा के ही नया पारा में एक बच्ची पर हमला कर उसे भी गंभीर रूप से घायल कर दिया गया है. घायल बच्चे का इलाज जारी है. बच्चों पर बार-बार हो रहे हमले से इलाके में दहशत का माहौल है. इसको लेकर ग्रामीणों ने आदमखोर तेंदुआ को पकड़ने की मांग की है.
स्ट्रीट लाइट न जलने से बढ़ रहा खतरा: इस बारे में गांव की युवती पल्लवी नेताम ने कहा कि अगर गांव की गलियों में स्ट्रीट लाइट जलता तो मंगलवार की घटना नहीं होती. स्ट्रीट लाइट तो लगाया गया लेकिन कुछ दिन जलने के बाद बन्द हो गया. हम लोग चाहते हैं कि गली में लाइट जले, जिससे जंगली जानवरों का खतरा न हो.
वन विभाग की टीम रोजाना इलाके में गस्ती कर रही है. रायपुर से भी एक्सपर्ट की टीम आ चुकी है, जिनके द्वारा तेंदुए को ट्रैक करने की कोशिश की जा रही है. इसके बाद उसे रेस्क्यू कर दूर जंगल में छोड़ने की प्लानिंग है. -आलोक वाजपेयी, डीएफओ
एक्सपर्ट टीम पहुंचेगी कांकेर: सबसे हैरानी की बात ये है कि इसी क्षेत्र में तेंदुआ अब तक 3 बच्चों को निशाना बना चुका है, जिसमे एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है, लेकिन इसके बाद भी वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. हालांकि वन विभाग के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि जल्द ही तेंदुए को पकड़कर दूर जंगल में छोड़ा जाएगा. इस काम के लिए रायपुर से एक्सपर्ट की टीम भी कांकेर पहुंच रही है.