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तारबाड़ में फंसकर घायल हुआ तेंदुआ, दहाड़ने से सहमे ग्रामीण, वन विभाग ने किया रेस्क्यू - Leopard Rescue in Someshwar - LEOPARD RESCUE IN SOMESHWAR

Leopard Rescue in Someshwar सोमेश्वर में तारबाड़ में फंसकर तेंदुआ घायल हो गया. तेंदुए की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी. विभाग की टीम ने तेंदुआ का रेस्क्यू किया.

Leopard Rescue in Someshwar
तारबाड़ में फंसकर घायल हुआ तेंदुआ (PHOTO-ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 13, 2024, 6:51 PM IST

अल्मोड़ा: सोमेश्वर के ककराड़ गांव के पास एक तेंदुआ नदी किनारे लगे तारबाड़ में फंस गया. तेंदुआ तारबाड़ को लेकर काफी दूर निकल गया. दर्द के कारण उसके गुर्राने के कारण ग्रामीण सहम गए और उन्होंने वन विभाग को मामले की सूचना दी. इसके बाद वन विभाग ने क्षेत्र में रेस्क्यू शुरू किया और तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर अल्मोड़ा रेस्क्यू सेंटर भेज दिया. तेंदुए की हालत सामान्य होने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा.

अल्मोड़ा और सोमेश्वर वन विभाग के सीमांतर्गत सोमेश्वर में ककराड़ गांव के पास एक तेंदुए नदी किनारे लगे तारबाड़ में फंस गया. तेंदुए ने तारबाड़ से निकलने की काफी कोशिश की. लेकिन वह असफल रहा. तारबाड़ से निकलने के प्रयास में तेंदुआ तारबाड़ को खंभे सहित उखाड़ कर काफी दूर ले गया. इस दौरान तेंदुआ जोर-जोर से गुर्रा रहा था. ग्रामीणों ने तेंदुए के गुर्राने की आवाज सुनी तो वह सहम गए. आनन-फानन में वन विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई. इसके बाद अल्मोड़ा और सोमेश्वर वन विभाग की संयुक्त टीम रेंजर मनोज लोहनी और मोहन राम के नेतृत्व में ककराड़ गांव पहुंची.

वन विभाग की टीम ने तेंदुए की लोकेशन ट्रेस की तो वह थोड़ी दूरी पर नदी किनारे घायल हालत में मिला. तारबाड़ तेंदुए के पांव में फंसी हुई थी. वन दारोगा भुवन लाल टम्टा ने तेंदुए को ट्रेंकुलाइज किया और उसे पकड़ कर रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया. रेस्क्यू सेंटर में घायल तेंदुए का प्राथमिक उपचार किया गया.

आरओ मोहन राम आर्य ने बताया कि तेंदुए का एक कैनाइन दांत टूटा हुआ है. जबकि तेंदुए की उम्र करीब 6 से 7 साल के बीच है. आर्य ने बताया कि तेंदुआ मादा है. जल्द ही उसे उसके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित छोड़ दिया जाएगा.

ये भी पढ़ेंः बकरियों को बचाने के लिए गुलदार से भिड़ गया व्यक्ति, गंभीर घायल

अल्मोड़ा: सोमेश्वर के ककराड़ गांव के पास एक तेंदुआ नदी किनारे लगे तारबाड़ में फंस गया. तेंदुआ तारबाड़ को लेकर काफी दूर निकल गया. दर्द के कारण उसके गुर्राने के कारण ग्रामीण सहम गए और उन्होंने वन विभाग को मामले की सूचना दी. इसके बाद वन विभाग ने क्षेत्र में रेस्क्यू शुरू किया और तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर अल्मोड़ा रेस्क्यू सेंटर भेज दिया. तेंदुए की हालत सामान्य होने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा.

अल्मोड़ा और सोमेश्वर वन विभाग के सीमांतर्गत सोमेश्वर में ककराड़ गांव के पास एक तेंदुए नदी किनारे लगे तारबाड़ में फंस गया. तेंदुए ने तारबाड़ से निकलने की काफी कोशिश की. लेकिन वह असफल रहा. तारबाड़ से निकलने के प्रयास में तेंदुआ तारबाड़ को खंभे सहित उखाड़ कर काफी दूर ले गया. इस दौरान तेंदुआ जोर-जोर से गुर्रा रहा था. ग्रामीणों ने तेंदुए के गुर्राने की आवाज सुनी तो वह सहम गए. आनन-फानन में वन विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई. इसके बाद अल्मोड़ा और सोमेश्वर वन विभाग की संयुक्त टीम रेंजर मनोज लोहनी और मोहन राम के नेतृत्व में ककराड़ गांव पहुंची.

वन विभाग की टीम ने तेंदुए की लोकेशन ट्रेस की तो वह थोड़ी दूरी पर नदी किनारे घायल हालत में मिला. तारबाड़ तेंदुए के पांव में फंसी हुई थी. वन दारोगा भुवन लाल टम्टा ने तेंदुए को ट्रेंकुलाइज किया और उसे पकड़ कर रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया. रेस्क्यू सेंटर में घायल तेंदुए का प्राथमिक उपचार किया गया.

आरओ मोहन राम आर्य ने बताया कि तेंदुए का एक कैनाइन दांत टूटा हुआ है. जबकि तेंदुए की उम्र करीब 6 से 7 साल के बीच है. आर्य ने बताया कि तेंदुआ मादा है. जल्द ही उसे उसके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित छोड़ दिया जाएगा.

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