रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने वाली है. संभावना है कि जल्द ही चुनावी बिगुल बज जाएगा. ऐसे में शिलान्यास और उद्घाटन का दौर शुरू हो गया है. चल रही योजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन में सत्ता पक्ष जहां मुखर है, वहीं विपक्ष भी पीछे नहीं है. लंबित योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में जुटे इन महानुभावों ने एक सप्ताह के भीतर अरबों रुपये की योजनाएं ला दी हैं. लगातार शिलान्यास के पीछे मकसद साफ है- जनता के बीच अपनी छवि बनाना. इसके लिए जनता को कई तरह के आश्वासन भी दिए जा रहे हैं.
अगर सरकारी स्तर पर किए गए शिलान्यास की बात करें तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछले एक सप्ताह के भीतर करीब एक हजार करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया है. इसके अलावा विधायक भी अपने-अपने क्षेत्रों में विधायक योजना से जुड़े सड़क, नाला, बोरिंग जैसे छोटे-बड़े कामों को तेजी से क्रियान्वित कर रहे हैं.
राजनीतिक विश्लेषक अमरनाथ झा कहते हैं कि चुनाव की घोषणा से पहले से ही ऐसा होता रहा है लेकिन इस बार ऐसा ज्यादा हो रहा है और लोग चर्चा कर रहे हैं कि हमारे विधायक को पांच साल तक यह योजना क्यों याद नहीं आई.
शिलान्यास और उद्घाटन में विपक्ष भी नहीं पीछे
चुनाव की घोषणा से पहले चल रहे शिलान्यास में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के विधायक भी पीछे नहीं हैं. राजधानी रांची से लेकर राज्य के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के विधायक अपनी लंबित योजनाओं को धरातल पर उतारने में जुटे हैं. रांची विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक सीपी सिंह इन दिनों प्रतिदिन 15 से 20 योजनाओं का शिलान्यास कर रहे हैं.
सुबह से शाम तक योजनाओं के शिलान्यास में व्यस्त विधायक सीपी सिंह कहते हैं कि आचार संहिता लगने से पहले सरकार के स्तर पर पारित होकर जो भी योजना मेरे पास आई है, उसका शिलान्यास हो रहा है और आने वाले समय में उसका उद्घाटन भी होगा. जाहिर है चुनाव की घोषणा होने वाली है, इसलिए अभी शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर व्यस्तता बनी हुई है, जिसके तहत सड़क, पेयजल के लिए बोरिंग पाइप-नाली जैसी योजनाओं का शिलान्यास किया जा रहा है.
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