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ईआरसीपी पर सरकार के दावों की हकीकत जनता जान गई, अलवर सीट हम हारकर भी जीते: टीकाराम जूली - Tikaram Julie targeted BJP

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 6, 2024, 1:08 PM IST

राजस्थान में लोकसभा चुनाव में दस साल का सीटों का सूखा खत्म कर कांग्रेस ने इस बार जबरदस्त प्रदर्शन किया है. पार्टी के प्रदर्शन से उत्साहित नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि जनता भाजपा की हकीकत जान गई और चुनाव में जनता ने आईना दिखाया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि अलवर की सीट कांग्रेस हारकर भी जीती है.

कांग्रेस का बीजेपी पर प्रहार
कांग्रेस का बीजेपी पर प्रहार (फोटो ईटीवी भारत जयपुर)
अलवर सीट हम हारकर भी जीते: टीकाराम जूली (वीडियो ईटीवी भारत जयपुर)

जयपुर. लोकसभा चुनाव के रण में कांग्रेस ने दस साल का सीटों का सूखा खत्म कर उत्साहजनक प्रदर्शन किया है. खुद के बूते 8 सीट जीतने के साथ ही तीन सीटों पर अन्य पार्टियों से गठबंधन कर कांग्रेस ने वहां भाजपा को हराया है. इससे पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उत्साह से लबरेज हैं. कांग्रेस की जीत से उत्साहित नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि जिस तरह की बयानबाजी भाजपा नेताओं ने और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चुनाव में की है. जनता ने भाजपा को आईना दिखा दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि अलवर में कांग्रेस हारकर भी चुनाव जीती है. दरअसल, टीकाराम जूली बीती रात दौसा के पास एक सड़क हादसे में घायल हो गए. इससे पहले बुधवार शाम को उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, सबसे पहले राजस्थान की जनता को धन्यवाद कि उन्होंने इतना बड़ा जनादेश कांग्रेस को दिया है. राजस्थान ही नहीं देश में कांग्रेस को जनता का साथ मिला है. दस साल से देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं और बड़बोलेपन को देख रहा है. इस बार चुनाव में भी जो उनकी बातें रही कि कांग्रेस भैंस खोलकर ले जाएगी. कांग्रेस नल-टोंटी खोलकर ले जाएगी. कांग्रेस मंगलसूत्र ले जाएगी. यह सब बातें और भाषण किसी भी तरह से प्रधानमंत्री पद के अनुरूप नहीं थी.

पढ़ें: लोकसभा चुनाव के नतीजों में नेता प्रतिपक्ष जूली और मंत्री संजय की बची साख, ललित अपने ही क्षेत्र में पिछड़े, खैरिया भी नहीं दिला सके लीड

पूरे चुनाव में भाजपा ने किया ध्रुवीकरण का प्रयास : टीकाराम जूली ने कहा, पूरे चुनाव में ध्रुवीकरण का प्रयास किया गया. किसी दिन प्रधानमंत्री कहते हैं कि जिस दिन हिंदू-मुसलमान की बात करूं. उस दिन राजनीती से संन्यास ले लूंगा. फिर अगले दिन इसी प्रकार के भाषण देते हैं. देश का माहौल प्रेम और भाईचारे का है. उस पर हमेशा हमले होते रहे. चाहे मणिपुर जलता रहा हो या अलग-अलग राज्यों में इस प्रकार की घटनाएं हुई हो. उनसे भी जनता त्रस्त थी. दस साल में कोई योजनाएं नहीं थी. केवल हिटलरशाही और तानाशाही थी. कांग्रेस के खाते सीज करना. मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार करना. यह सभी बातें जनता के सामने आ गई.

जो कमियां रहीं, उन्हें दूर करेंगे : टीकाराम जूली अलवर से आते हैं. अलवर लोकसभा सीट पर हालांकि, कांग्रेस प्रत्याशी ललित यादव जीत नहीं सके. लेकिन उन्होंने भाजपा के भूपेंद्र यादव के सामने मजबूती से चुनाव लड़ा. इस पर टीकाराम जूली ने कहा कि कांग्रेस अलवर सीट हारकर भी जीती है. केंद्रीय मंत्री चुनाव मैदान में थे, पूरा प्रशासन और खुद मुख्यमंत्री लगे. फिर भी 48 हजार वोट से हम पीछे रहे. उसमें भी इन्होंने कई अफवाहें फैलाई. लेकिन हमने मजबूती से चुनाव लड़ा. कुछ कमियां रही उन्हें दूर करेंगे.

ईआरसीपी को लेकर किया बड़ा दावा : ईआरसीपी के राजनीतिकरण से जुड़े सवाल पर टीकाराम जूली ने कहा, जनता सब जानती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच साल पहले जब दो बार घोषणा कर गए. पांच साल जलशक्ति मंत्री राजस्थान से रहे. तब तो इन्होंने ईआरसीपी का काम पूरा नहीं किया. आज कहां से पूरा कर देंगे. विधानसभा में इनको जवाब देना पड़ेगा. अब हम ईआरसीपी को पूरा करवाकर मानेंगे. उन्होंने कहा कि ईसरदा और नवनेरा बांध पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा पर कांग्रेस सरकार ने बना दिए. अब आगे के लिए लड़ाई लड़ेंगे.

पढ़ें: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र सिंह ने बीजेपी पर साधा निशाना, बोले— अहंकारी सरकार को जनता ने सबक सिखाया

मालवीय डरकर भाजपा में गए : टीकाराम जूली ने कहा कि लोकसभा चुनाव के इन नतीजों से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश आया है. हमारे जो नेता छोड़कर गए हो या जिस तरह से एक माहौल बनाया जा रहा था. उससे अब निजात मिल गई. महेंद्रजीत सिंह मालवीय की नाराजगी और लोकसभा चुनाव में उनकी हार के सवाल पर टीकाराम जूली ने कहा, मैंने पहले भी कहा था कि अगर महेंद्रजीत सिंह मालवीय कहें तो नेता प्रतिपक्ष का पद ही उन्हें दे दें. अगर इसी वजह से नाराज हैं तो मैं तो पद उन्हें दे देता. लेकिन हकीकत में यह बहाने होते हैं. उनका खुद का मन नहीं था. फिर भाजपा ने आरोप लगा दिए तो वे डर गए और भाजपा में चले गए.

हादसे में घायल जूली का हाल जानने पहुंचे डोटासरा
हादसे में घायल जूली का हाल जानने पहुंचे डोटासरा (फोटो ईटीवी भारत जयपुर)

हादसे में घायल जूली का हाल जानने पहुंचे डोटासरा : टीकाराम जूली की कार का बुधवार देर रात को दौसा के पास हादसा हो गया. इस हादसे में टीकाराम जूली भी घायल हुए हैं. उनके हाथ में चोट आई है. दौसा में उपचार के बाद जूली वापस जयपुर लौट आए. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा गुरुवार सुबह उनके सिविल लाइंस स्थित आवास पर पहुंचे और उनका हाल चाल जाना.

अलवर सीट हम हारकर भी जीते: टीकाराम जूली (वीडियो ईटीवी भारत जयपुर)

जयपुर. लोकसभा चुनाव के रण में कांग्रेस ने दस साल का सीटों का सूखा खत्म कर उत्साहजनक प्रदर्शन किया है. खुद के बूते 8 सीट जीतने के साथ ही तीन सीटों पर अन्य पार्टियों से गठबंधन कर कांग्रेस ने वहां भाजपा को हराया है. इससे पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उत्साह से लबरेज हैं. कांग्रेस की जीत से उत्साहित नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि जिस तरह की बयानबाजी भाजपा नेताओं ने और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चुनाव में की है. जनता ने भाजपा को आईना दिखा दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि अलवर में कांग्रेस हारकर भी चुनाव जीती है. दरअसल, टीकाराम जूली बीती रात दौसा के पास एक सड़क हादसे में घायल हो गए. इससे पहले बुधवार शाम को उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, सबसे पहले राजस्थान की जनता को धन्यवाद कि उन्होंने इतना बड़ा जनादेश कांग्रेस को दिया है. राजस्थान ही नहीं देश में कांग्रेस को जनता का साथ मिला है. दस साल से देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं और बड़बोलेपन को देख रहा है. इस बार चुनाव में भी जो उनकी बातें रही कि कांग्रेस भैंस खोलकर ले जाएगी. कांग्रेस नल-टोंटी खोलकर ले जाएगी. कांग्रेस मंगलसूत्र ले जाएगी. यह सब बातें और भाषण किसी भी तरह से प्रधानमंत्री पद के अनुरूप नहीं थी.

पढ़ें: लोकसभा चुनाव के नतीजों में नेता प्रतिपक्ष जूली और मंत्री संजय की बची साख, ललित अपने ही क्षेत्र में पिछड़े, खैरिया भी नहीं दिला सके लीड

पूरे चुनाव में भाजपा ने किया ध्रुवीकरण का प्रयास : टीकाराम जूली ने कहा, पूरे चुनाव में ध्रुवीकरण का प्रयास किया गया. किसी दिन प्रधानमंत्री कहते हैं कि जिस दिन हिंदू-मुसलमान की बात करूं. उस दिन राजनीती से संन्यास ले लूंगा. फिर अगले दिन इसी प्रकार के भाषण देते हैं. देश का माहौल प्रेम और भाईचारे का है. उस पर हमेशा हमले होते रहे. चाहे मणिपुर जलता रहा हो या अलग-अलग राज्यों में इस प्रकार की घटनाएं हुई हो. उनसे भी जनता त्रस्त थी. दस साल में कोई योजनाएं नहीं थी. केवल हिटलरशाही और तानाशाही थी. कांग्रेस के खाते सीज करना. मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार करना. यह सभी बातें जनता के सामने आ गई.

जो कमियां रहीं, उन्हें दूर करेंगे : टीकाराम जूली अलवर से आते हैं. अलवर लोकसभा सीट पर हालांकि, कांग्रेस प्रत्याशी ललित यादव जीत नहीं सके. लेकिन उन्होंने भाजपा के भूपेंद्र यादव के सामने मजबूती से चुनाव लड़ा. इस पर टीकाराम जूली ने कहा कि कांग्रेस अलवर सीट हारकर भी जीती है. केंद्रीय मंत्री चुनाव मैदान में थे, पूरा प्रशासन और खुद मुख्यमंत्री लगे. फिर भी 48 हजार वोट से हम पीछे रहे. उसमें भी इन्होंने कई अफवाहें फैलाई. लेकिन हमने मजबूती से चुनाव लड़ा. कुछ कमियां रही उन्हें दूर करेंगे.

ईआरसीपी को लेकर किया बड़ा दावा : ईआरसीपी के राजनीतिकरण से जुड़े सवाल पर टीकाराम जूली ने कहा, जनता सब जानती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच साल पहले जब दो बार घोषणा कर गए. पांच साल जलशक्ति मंत्री राजस्थान से रहे. तब तो इन्होंने ईआरसीपी का काम पूरा नहीं किया. आज कहां से पूरा कर देंगे. विधानसभा में इनको जवाब देना पड़ेगा. अब हम ईआरसीपी को पूरा करवाकर मानेंगे. उन्होंने कहा कि ईसरदा और नवनेरा बांध पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा पर कांग्रेस सरकार ने बना दिए. अब आगे के लिए लड़ाई लड़ेंगे.

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मालवीय डरकर भाजपा में गए : टीकाराम जूली ने कहा कि लोकसभा चुनाव के इन नतीजों से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश आया है. हमारे जो नेता छोड़कर गए हो या जिस तरह से एक माहौल बनाया जा रहा था. उससे अब निजात मिल गई. महेंद्रजीत सिंह मालवीय की नाराजगी और लोकसभा चुनाव में उनकी हार के सवाल पर टीकाराम जूली ने कहा, मैंने पहले भी कहा था कि अगर महेंद्रजीत सिंह मालवीय कहें तो नेता प्रतिपक्ष का पद ही उन्हें दे दें. अगर इसी वजह से नाराज हैं तो मैं तो पद उन्हें दे देता. लेकिन हकीकत में यह बहाने होते हैं. उनका खुद का मन नहीं था. फिर भाजपा ने आरोप लगा दिए तो वे डर गए और भाजपा में चले गए.

हादसे में घायल जूली का हाल जानने पहुंचे डोटासरा
हादसे में घायल जूली का हाल जानने पहुंचे डोटासरा (फोटो ईटीवी भारत जयपुर)

हादसे में घायल जूली का हाल जानने पहुंचे डोटासरा : टीकाराम जूली की कार का बुधवार देर रात को दौसा के पास हादसा हो गया. इस हादसे में टीकाराम जूली भी घायल हुए हैं. उनके हाथ में चोट आई है. दौसा में उपचार के बाद जूली वापस जयपुर लौट आए. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा गुरुवार सुबह उनके सिविल लाइंस स्थित आवास पर पहुंचे और उनका हाल चाल जाना.

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