हरदोई: विधानसभा में सीएम योगी ने जिस हत्याकांड का जिक्र कर विपक्ष पर निशाना साधा था, उसका खुलासा पुलिस ने कर दिया है. हरदोई पुलिस ने तीन दिनों के भीतर 5 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जिसमें से एक शूटर को गुरुवार रात मुठभेड़ में और चार लोगों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों में सपा का पूर्व जिलाध्यक्ष भी शामिल है. इसके अलावा फरार तीन आरोपियों की तलाश जारी है.
जिले के वरिष्ठ अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा पुत्र जुगुल नारायण मेहरोत्रा (निवासी सिनेमा चौराहा) की लखनऊ रोड स्थित मकान में 30 जुलाई को गोली मार दी गई थी. तीन लोग कोर्ट मैरिज करवाने के बहाने उनसे मिलने पहुंचे और उनके चैंबर में ही तमंचे से सिर में गोली मार दी थी. गंभीर रूप से घायल अधिवक्ता को अस्पताल ले जाया गया लेकिन लखनऊ ट्रामा सेंटर में पहुंचते ही उनकी मौत हो गई. मृतक वकील के भाई हर्ष मेहरोत्रा ने पुलिस को दी तहरीर में मकान के चार खरीददारों को नामजद आरोपी बनाया था और उन्हीं पर हत्या करवाने का आरोप लगाया था.
पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने घटना का खुलासा करते हुए मामले की विधिवत जानकारी दी. बताया कि जिस घर में अधिवक्ता रह रहे थे, वो आरोपियों द्वारा खरीद लिया गया था. ये सारा विवाद उस प्रोपेर्टी का ही था. बताया कि गिरफ्तार हुए लोगों में आदित्य भान सिंह उर्फ लालू, पूर्व अध्यक्ष सपा वीरेंद्र सिंह उर्फ वीरे यादव, ठेकेदार शिखर गुप्ता, नृपेंद्र त्रिपाठी, शार्प शूटर नीरज शामिल हैं. वहीं तीन फरार आरोपियों में रामू महावत, रामसेवक उर्फ लल्ला व राजवीर हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है. जल्द ही इनकी भी गिरफ्तारी कर ली जाएगी.
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