पटनाः बिहार के पटना में नियोजित शिक्षकों पर लाठी चार्ज किया गया है. सभी शिक्षक पटना में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से मिलने के लिए भाजपा कार्यालय गए थे. इसी दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया. नियोजित शिक्षक विधानसभा घेराव करने वाले थे, लेकिन गर्दनीबाग से उन्हें नहीं निकलने दिया गया.
डिप्टी सीएम से मिलने गए थे शिक्षकः नियोजित शिक्षक देर शाम पटना भाजपा कार्यालय पहुंचे थे. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से मुलाकात करना चाहते थे. इसी दौरान पुलिस ने रास्ता रोका दिया. इसके बाद पुलिस के साथ शिक्षकों ने धक्का मुक्की करना शुरू कर दिए. इसी कारण पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा. नियोजित शिक्षकों को खदेड़ दिया. इस दौरान लाठीचार्ज भी किया गया.
15 फरवरी को वार्ता का समयः बताया जा रहा है कि इसमें कई शिक्षक घायल भी हो गए हैं, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया है. इस दौरान कई शिक्षकों को हिरासत में लिया गया है. इधर, जानकारी आ रही है कि बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने शिक्षकों को आश्वासन दिया है कि किसी की भी नौकरी नहीं जाएगी. इसपर विचार किया जाएगा. सम्राट चौधरी ने शिक्षकों को वार्ता का समय दिया है. 15 फरवरी को शिक्षकों को वार्ता के लिए बुलाया गया है.
सक्षमता परीक्षा विरोधः बता दें कि मंगलवार को नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा के विरोध में बिहार विधानसभा का घेराव करने के लिए पहुंचे थे. बिहार के विभिन्न जिलों से शिक्षक पटना पहुंचे थे. शिक्षकों का कहना है कि वे समक्षता परीक्षा नहीं देंगे. बिना शर्त उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए. कहा कि उनकी बहाली 60 साल के लिए हुई थी. ऐसे में कोई भी नियम लाकर उन्हें नहीं निकाला जा सकता है.
क्यों हो रहा प्रदर्शन? शिक्षा विभाग ने नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए सक्षमता परीक्षा आयोजित करने का फैसला लिया है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने इस परीक्षा को लेकर अधिसूचना जारी की थी कि शिक्षकों तीन बार इस परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाएगा. अगर शिक्षक इसमें पास नहीं करते हैं तो उन्हें सेवामुक्त कर दिया जाएगा. इसके बाद से शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं.
शिक्षा मंत्री ने दिया आश्वासनः हालांकि बीच में शिक्षा विभाग ने नियमावली में संसोधित करते हुए कहा कि नियोजित शिक्षकों को 5 बार मौका दिया जाएगा. इसके बाद भी शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि किसी भी कीमत पर वे लोग परीक्षा नहीं देने वाले हैं. बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं. मंगलवार को शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने भी बयान दिया है कि किसी भी शिक्षक की नौकरी नहीं जाएगी. इसपर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है.
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