लातेहारः चतरा संसदीय क्षेत्र में वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव दिलचस्प होने वाला है. इंडिया और एनडीए गठबंधन की ओर से अभी तक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई है. इसी बीच लातेहार जिला के पूर्व डीसी राजीव कुमार ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक दी है. इस कारण चतरा लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला रोचक होने की संभावना बढ़ गई है.
लातेहार के पूर्व डीसी ने चतरा सीट से चुनाव लड़ने का किया एलान
दरअसल, चतरा संसदीय क्षेत्र में ही पूरा लातेहार जिला आता है. वर्ष 2018 में लातेहार के उपायुक्त के पद पर कार्यरत आईएएस अधिकारी राजीव कुमार ने इस वर्ष चतरा लोकसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. राजीव कुमार के बारे में कहा जाता है कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने ग्रामीणों के बीच बेहतर अधिकारी के रूप में पहचान बना ली थी. उसी पहचान के बदौलत वह लोकसभा चुनाव में जनता के बीच आएंगे. राजीव कुमार ने इसके लिए क्षेत्र में आम लोगों से संपर्क करना भी शुरू कर दिया है.
इंडिया गठबंधन और एनडीए की बढ़ी टेंशन
चतरा लोकसभा क्षेत्र से अभी तक किसी भी बड़ी पार्टी की ओर से प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है. भारतीय जनता पार्टी ने भी चतरा सीट के लिए अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है. वहीं दूसरी और इंडिया गठबंधन में तो अब तक सीट शेयरिंग फॉर्मूला ही तय नहीं हो पाया है. इधर, पूर्व डीसी के चुनावी मैदान में उतरने के बाद एनडीए और इंडिया गठबंधन का समीकरण बिगड़ने की संभावना बन गई है.
वोटों के बिखराव की संभावना बढ़ी
वर्तमान सांसद सुनील कुमार सिंह का विरोध जिस प्रकार क्षेत्र में हो रहा है, उसे देखते हुए वोटों के बिखराव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. उधर इंडिया गठबंधन के लिए भी यहां से प्रत्याशी उतारना आसान नहीं है. कांग्रेस और राजद दोनों ने चतरा लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी पेश की है. गठबंधन में जिसे भी यह सीट मिलेगी उसे अपने साथियों को मनाने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. यहां भी वोटों का बिखराव हो सकता है. ऐसे में पूर्व डीसी के चुनाव मैदान में उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो सकता है.
जनता के भरोसे चुनावी मैदान मेंः राजीव कुमार
सूत्रों की माने तो पूर्व डीसी राजीव कुमार कई दलों के संपर्क में भी हैं. हालांकि उन्होंने इस संबंध में कहा कि वह किसी दल के भरोसे नहीं, बल्कि जनता के भरोसे चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं. उन्होंने कहा कि मेरी ना तो किसी राजनीतिक दल से और ना ही किसी व्यक्ति से दुश्मनी है और ना ही किसी से कोई विवाद है. अधिकारी के रूप में कार्य करने के दौरान जनता के साथ उनका मधुर संबंध रहा है. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने हमेशा एक ही बात का ख्याल रखा कि सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ आम लोगों को कैसे मिल सके. अपने उद्देश्य में सरकारी नौकरी के कार्यकाल के दौरान काफी हद तक सफल रहे और लोगों तक विकास योजनाओं का लाभ भी पहुंचाया.
चतरा लोकसभा क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं
पूर्व डीसी राजीव कुमार ने कहा कि चतरा लोकसभा क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं. यदि कोई दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ क्षेत्र में विकास योजनाओं को धरातल पर उतारकर लोगों की आजीविका को बेहतर करने का प्रयास करें तो यह काफी हद तक संभव हो सकता है. उन्होंने कहा कि पहले मैं चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं था, लेकिन 24 फरवरी को चतरा लोकसभा क्षेत्र में भ्रमण के दौरान लोगों से मिला तो अधिकांश लोगों ने उनसे यही कहा कि चतरा लोकसभा से चुनाव लड़ें. लोगों से मिलने के बाद उन्होंने भी चुनाव लड़ने का मन बना लिया.
कौन हैं राजीव कुमार
राजीव कुमार झारखंड कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं. मत्स्य सेवा से इन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रोन्नति मिली थी. वर्ष 2018 में इन्होंने लातेहार डीसी के रूप में प्रभार लिया था. लगभग 16 महीने के कार्यकाल के दौरान इन्होंने ग्रामीणों के बीच काफी बेहतर पहचान बनाई थी. ऑन द स्पॉट योजनाओं की स्वीकृति और ग्रामीणों के सहयोग से निर्माण कार्य आरंभ करवाने की उनकी शैली लोगों को काफी पसंद आई थी. लातेहार से तबादले के बाद इन्होंने झारखंड आजीविका मिशन में डायरेक्टर के रूप में भी काफी बेहतर कार्य किया था.
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