प्रयागराजः प्रयागराज के संगम तट पर चल रहे माघ मेले का महत्वपूर्ण स्नान पर्व मौनी अमावस्या (mauni amavasya 2024) आज है. पवित्र स्नान पर्व के मौके पर गुरुवार रात 12 बजे के बाद ही स्नान और दान का सिलसिला शुरू हो गया. त्रिवेणी संगम तट पर देर रात से श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. प्रशासन के मुताबिक दोपहर तक डेढ़ करोड़ भक्त आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. मेला प्रशासन का अनुमान है कि शाम तक करीब दो करोड़ भक्त मौनी अमावस्या का स्नान करेंगे. इसके लिए इंतजाम किए गए हैं.
वहीं, भक्तों के लिए मेला क्षेत्र में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं. संपूर्ण मेला क्षेत्र को 6 सेक्टर में बांटा गया है जिसमें दर्जन भर से अधिक घाट बनाए गए हैं, जहां पर जल पुलिस के जवान को तैनात किया गया है. एनडीआरएफ की महिला टीम और जल पुलिस की 112 यूनिट को तैनात किया गया है. साथ ही साथ संपूर्ण मेला क्षेत्र को त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के अंतर्गत रखा गया है. मेले में 14 थाने और 41 चौकिया बनाई गई है. संपूर्ण मेला क्षेत्र की सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है. इस बार माघ मेले में शहर वासियों के लिए अलग से मार्ग प्रस्तावित किया गया है जहां पर शहर के लोग अपने वहां से जाकर सकुशल स्नान कर सकेंगे.
ब्रह्म मुहूर्त से पहले ही शुरू हुआ स्नान
माघ मेला में मौनी अमावस्या पर ब्रह्म मुहूर्त से पहले से शुरू हो गया. मौनी अमावस्या के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. शुक्रवार की भोर से उमड़ी भीड़ के स्नान के लिए पहले से ही 8 हजार फिट लंबे घाट बनाये गए थे जहां पर स्नानार्थी संगम के साथ अन्य सभी गंगा घाटों से डुबकी लगा रहे हैं. 12 घाटों पर मौनी अमावस्या की पूर्व संध्या से ही लोग पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं. माघ मेला 2024 में सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं पूरे मेला क्षेत्र में चप्पे चप्पे की निगरानी के लिए पुलिस पीएसी के साथ अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है.इसके अलावा मेले में निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे के साथ ही ड्रोन लगाए गए हैं जो आसमान में मेला क्षेत्र की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं.इसी के साथ माघ मेला में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एआई तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. यूपी में पहली बार नदी में डायल 112 की टीम तैनात की गयी है. उत्तर प्रदेश में डायल 112 की एडीजी नीरा रावत की पहल पर पहली बार नदी की धारा में डायल 112 की टीम को मदद के लिए तैनात किया गया है. अब तक के माघ मेला में पहली बार नदी के अंदर भी सुरक्षा के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की गई है.
माघ मेला अधिकारी ने कहा, किसी स्नानार्थी को नहीं होगी दिक्कत
माघ मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद ने बताया कि मौनी अमावस्या के स्नान पर्व को देखते हुए सभी तैयारियां पहले से ही पूरी कर ली गई थी.स्नान घाटों की साफ सफाई के साथ ही बड़ी संख्या में घाटों पर महिला श्रद्धालुओं के कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रुम भी बनाए गए हैं. इसके साथ ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वापस लौटने के लिए रेलवे और यूपी परिवहन निगम की ओर से स्पेशल ट्रेनों और बसों के संचालन किये जा रहे हैं. रेलवे की तरफ से स्पेशल ट्रेन और रोडवेज की तरफ से बसों की व्यवस्था की गई है जो भीड़ को देखते हुए अलग अलग रुट के लिए चलाई जा रही हैं. मेला क्षेत्र के लिए ट्रैफिक डायवर्ज गुरुवार की देर रात से ही लागू कर दिया गया था. माघ मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद के अनुसार पूरे मेले में सुरक्षा को लेकर चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं.
हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने की सराहना: संगम नगरी प्रयागराज में आज आस्था के सबसे बड़े मेले माघ मेले में मौनी अमावस्या के स्नान पर्व पर लाखों गंगा भक्त गंगा यमुना सरस्वती की पावन त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा करवा रही है. संगम तट पर आस्था की डुबकी लगा रहे आस्थावान भक्तों पर जब हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गयी तो संगम तट पर मौजूद भक्तों ने हर हर गैंगे हर हर महादेव और जय श्री राम के उद्घोष से पूरा क्षेत्र गूंजने लगा. यूपी की योगी सरकार के इस पहल का शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सराहना की है. उन्होंने कहा कि पर्व के उल्लास और उत्साह को दिखाने के लिए किया जा रहा प्रयास सराहनीय है.
किन्नर अखाड़ा में लगी भीषण आग, तीन लोग झुलसे
माघ मेला सेक्टर 5 में बने किन्नर अखाड़े के शिविर में उस समय अफरातफरी मच गई जब इस शिविर के टेंट में आग लग गई. देखते ही देखते कुछ ही मिनट में पूरा शिविर जलकर खाक हो गया. शिविर में उपस्थित लोग भाग कर अपनी जान बचाई, लेकिन तब भी आग की चपेट में तीन लोग झुलस गए, जिन्हें एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. मेला अधिकारी दयानंद प्रसाद के अनुसार तीन लोग मामूली रूप से झुलसे हैं, जिन्हें उपचार के लिए भेजा गया है. आग किन कारणों से लगी, इसका पता लगाया जा रहा है.