शिवहर: बिहार के शिवहर और उसके आसपास के जिलों को नेपाल से निकलने वाली नदियों का पानी हर साल तबाह कर देता है. राज्य सरकार पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दोनों नदियों को जोड़ने का काम कर रही है. शिवहर जिले में दो नदियों को जोड़ने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. बेलवा बागमती नदी के तट के पास स्थित है, जहां डैम का काम लगभग पूरा हो चुका है. बेलवा से मुजफ्फरपुर तक पुरानी धारा के उड़ाही का काम चल रहा है.
मिलेगी सिंचाई की सुविधा: बागमती नदी का पानी डैम की मदद से मुजफ्फरपुर में गंडक नदी में मिलेगा. इससे शिवहर, सीतामढ़ी और मोतिहारी जिले में अब बाढ़ का खतरा नहीं रहेगा. यह बिहार की नदियों को जोड़ने की पहली योजना है. इस योजना के परिणामस्वरूप सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और शिवहर जिलों में बाढ़ नहीं आएगी. शिवहर, मोतिहारी और मुजफ्फरपुर जिले के किसानों को भी सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी. कई स्थानों पर सुलिस गेट बनाने का भी प्रावधान है.
बाढ़ से मिलेगी राहत: यह बिहार की नदियों को जोड़ने की इस योजना के तहत सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और शिवहर जिलों में बाढ़ नहीं आएगी. शिवहर, मोतिहारी और मुजफ्फरपुर जिले के किसानों को भी सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी. इसके अलावा शिवहर और मोतिहारी को जोड़ने वाले राज्य राजमार्ग पर यातायात में कोई परेशानी नहीं होगी. यहां हर साल बागमती नदी के पानी से समस्या खड़ी हो जाती थी.
जोरों से चल रहा है काम: डीएम पंकज कुमार ने बताया कि निर्माण काम काफी तेजी से चल रहा है और जल्द ही दोनों कार्य पूरा हो जाएगा. इसके बाद से जिले में बाढ़ की समस्या पर काबू कर लिया जाएगा. इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
"यह एक बहोत अच्छी योजना हैं, पुरानी धार बागमती की हैं उसमें चैनल की खुदाई का काम युद्धस्तर पर हो रहा है. जब अधिक पानी बागमती में आयेगा तो हेड रोटर के माध्यम से उस चैनल को मुजफ्फरपुर बूढ़ी गंडक नदी में जोड़ा जाएगा. इससे पूरे क्षेत्र में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा और बाढ़ से भी लोगों को राहत मिलेगी."-पंकज कुमार, डीएम
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