गिरिडीहः रांची से डुमरी होते हुए गिरिडीह आनेवाली नेशनल हाइवे 114 ए में फिर से धंसान हुआ है. इस बार भी उसी स्थान पर सड़क धंस गयी है जहां पर पूर्व में गोफ बनता रहा है. धंसान की जानकारी एनएच के अधिकारियों को मिली है. अब नेशनल हाइवे के अधिकारी अग्रतर कार्रवाई में जुट गए हैं.
बताया जाता है कि गिरिडीह स्टेडियम के समीप नेशनल हाइवे पर गोफ बनने का सिलसिला पिछले डेढ़ दशक से चलता आ रहा है. डेढ़ दशक से अधिक समय से एक ही स्थान पर सड़क धंस रही है और गोफ बन रहा है. हालांकि पिछले दो वर्ष से यहां धंसान नहीं हुआ था. इस बार फिर से सड़क धंस गयी है.
वैसे यहां बता दें कि पिछले 15 दिनों से स्टेडियम के पास ही नेशनल हाइवे द्वारा गार्डवाल निर्माण का कार्य करवाया जा रहा है. अभी गार्डवाल बनाने का काम चल रहा है. इस बीच गुरुवार को इस धंसान पर नजर पड़ी. गार्डवाल का निर्माण कर रही एजेंसी प्रीति इंटरप्राइजेज के साइट इंचार्ज आदित्य शर्मा ने बताया कि काम कर रहे कर्मियों ने धंसान की जानकारी दी है. सूचना एनएच के अधिकारियों को दे दी गई है.
कोलियरी प्रबंधन करे सहयोग: जेई
एनएच के कनीय अभियंता राजकुमार ने मोबाइल पर हुई बातचीत में कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि उसी स्थान पर सड़क हल्की धंसी है, जहां पर पहले भी धंसान होता रहा था. अभी इस धंसान को दुरूस्त किया जाएगा लेकिन इसके लिए सीसीएल का सहयोग भी चाहिए. सीसीएल अपने तकनीक से भराई करेगी तो समाधान हो जाएगा. कहा कि पहले भी इसी स्थान पर धंसान की समस्या आती रही है.
क्या है वजह
यहां बता दें कि जिस स्थान पर धंसान होता है उसके नीचे पूर्व में अंडरग्राउंड माइंस का संचालन हुआ था. 1966 तक इस स्थान से कोयला निकाला गया, लेकिन कोयला निकालने के बाद ठीक से भराई नहीं की गई. बाद में इसी स्थान पर इलिगिल माइनिंग भी हुई. हाल के वर्ष तक रात के अंधेरे में कोयला निकालने का काम तस्कर करते रहे, जिससे यहां की जमीन और भी खोखली होती गई. यही कारण है कि बरसात के महीने में यहां धंसान जैसी घटना घट रही है.
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