डूंगरपुर. जिले की एसीबी टीम ने गुरुवार को बिलडी के भू-अभिलेख निरीक्षक दिनेश पंचाल को 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी भू अभिलेख निरीक्षक पंचाल ने कृषि भूमि का अलग-अलग नाम से नामान्तरण खोलने की एवज में परिवादी से यह रिश्वत ली थी. दोपहर तक आरोपी के घर पर फिलहाल कार्रवाई जारी थी.
डूंगरपुर एसीबी चौकी के उपाधीक्षक रतनसिंह ने बताया कि मनपुर निवासी शंकरलाल पुत्र कानजी कटारा ने 7 मई को चौकी में आकर शिकायत की थी. शिकायत में बताया गया था कि बिलडी के भू अभिलेख निरीक्षक दिनेश पंचाल कृषि भूमि का अलग-अलग नाम से नामान्तरण खोलने की एवज में 50 हजार रिश्वत की मांग कर रहा है. इस पर डूंगरपुर एसीबी की टीम ने शिकायत का सत्यापन करवाया. सौदेबाजी के बाद 25 हजार की राशि लेना तय हुआ.
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सत्यापन में शिकायत की पुष्टि होने पर उपाधीक्षक रतनसिंह ने परिवादी के खिलाफ जाल बिछाया. परिवादी को 25 हजार की राशि लेकर भू अभिलेख निरीक्षक दिनेश पंचाल के घर भेजा. यहां पर आरोपी दिनेश पंचाल ने परिवादी से 25 हजार की रिश्वत ली और अलमारी में रख दी. इधर, परिवादी का इशारा पाकर एसीबी की टीम घर के अन्दर पहुंची और अलमारी से रिश्वत की राशि बरामद कर ली. आरोपी दिनेश पंचाल को मौके पर ही रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल, एसीबी की कार्रवाई मौके पर जारी है.
सहायक प्रशासनिक अधिकारी गिरफ्तार : नागौर में एसीबी की टीम ने कार्रवाई करते हुए शिक्षा विभाग के सहायक प्रशासनिक अधिकारी को गिरफ्तार किया है. आरोपी को दलाल के माध्यम से 2 हजार की रिश्वत लेते दबोचा गया है. नागौर एसीबी की एडिशनल एसपी कल्पना सोलंकी ने बताया कि इस पूरे मामले में शिक्षक बशीर खान ने शिकायत दी थी कि विभाग में वेतन से जुड़ी प्रक्रिया जिसे एसीपी कहा जाता है, उसे लगाने की एवज में शिक्षक बशीर खान से 2 हजार की रिश्वत मांग रहा है. सत्यापन में शिक्षक की शिकायत सही पाई तो आज बशीर खान को रंग लगे हुए नोट देकर भेजा. जब शिक्षक सहायक प्रशासनिक अधिकारी उम्मेद सिंह के पास पहुंचा, तो उम्मेद सिंह ने पैसे खुद नहीं लिए, बल्कि ऑफिस के पास ही एक चाय की दुकान चलाने वाले शुभम गहलोत को 2 हजार रुपए दिलवा दिए. जैसे ही चाय की दुकान चलाने वाले शुभम गहलोत ने रुपए लिए, इस दौरान एसीबी की टीम ने शुभम और सहायक प्रशासनिक अधिकारी उम्मेद सिंह दोनों को रंगे हाथों दबोच लिया.