ग्वालियर : 'जय जवान जय किसान' का नारा देकर देश को नई दिशा देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मौत का रहस्य आज भी बरकरार है. हर देशवासी जानना चाहता है कि लाल बहादुर शास्त्री की मौत कैसे हुई, जो बताया गया है, उसमें कितनी सच्चाई है. शास्त्री जी की मौत हादसे में हुई या फिर कोई गहरी साजिश थी? इसको लेकर समय-समय पर सवाल उठते हैं लेकिन मौत का सही खुलासा आज तक नहीं हो सका है.
"आखिर किसे खटक रहे थे सादगी पसंद शास्त्री"
लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुनील शास्त्री ने भी अपने पिता की मौत पर सवाल उठाए हैं. सुनील शास्त्री का कहना है "पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु संदिग्ध थी, इसके पीछे किन लोगों का हाथ था, इसका खुलासा कई दशकों बाद भी नहीं हो सका है." वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुनील शास्त्री ने मांग की "उनके पिता की मौत से अब पर्दा हटना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना 56 इंच का सीना होने का दावा करते हैं, उन्हें इस मामले में अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए कि विदेश में देश के प्रधानमंत्री की मृत्यु किन हालातों में हुई." सुनील शास्त्री का कहना है "आखिर किनकी आंखों में लाल बहादुर शास्त्री जैसा सादगी पसंद नेता खटक रहा था.
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पीएम मोदी व योगी के बयानों का विरोध
एक सवाल के जवाब में सुनील शास्त्री ने कहा "देश को बंटने-कटने की जरूरत नहीं है बल्कि मौजूदा दौर में जरूरत इस बात की है कि हम सब एकजुट रहें. मिलजुल कर रहेंं तभी मजबूती के साथ देश आगे बढ़ेगा." सुनील शास्त्री ग्वालियर में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 107वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे. पूर्व केंद्रीय मंत्री सुनील शास्त्री ने कहा "प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के सीएम योगी को समाज को बांटने जैसे वक्तव्य देने से बचना चाहिए." उन्होंने कहा "कांग्रेस में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद एक नई स्फूर्ति आई है. फिलहाल कुछ समय लगेगा लेकिन एक बात स्पष्ट है कि आने वाला समय कांग्रेस के लिए बेहतरीन होगा."