कुरुक्षेत्र: हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में चार विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें शाहाबाद, थानेसर, लाडवा और पिहोवा शामिल हैं. इस बार लाडवा की गिनती हाई प्रोफाइल सीट में हो रही है, क्योंकि सीएम नायब सैनी करनाल की जगह इस सीट से चुनावी मैदान में हैं. उनके सामने कांग्रेस उम्मीदवार मेवा सिंह हैं. जो वर्तमान में इस सीट से कांग्रेस विधायक हैं. लाडवा विधानसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है.
नायब सैनी के सामने चुनौतियां: राजनीतिक विशेषज्ञ विनोद चौधरी का कहना है कि लाडवा विधानसभा सीट के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी एक बाहरी उम्मीदवार हैं. वो मूल रूप से अंबाला के रहने वाले हैं और कुरुक्षेत्र में भी उनका घर थानेसर हलके में पड़ता है. बाहरी उम्मीदवार होना नायब सैनी के लिए भारी हो सकता है. हालांकि यहां पर उनके समाज का वोट बैंक काफी है, लेकिन केवल सैनी समाज के वोट बैंक के भरोसे जीत हासिल नहीं की जा सकती. उन्हें हर वर्ग का वोट हासिल करना होगा. विधानसभा में स्थानीय लोगों की पहली पसंद स्थानीय नेता होते हैं, जो उनके साथ खड़े हों.
लाडवा विधानसभा सीट पर मतदाताओं की संख्या: साल 2019 के विधानसभा चुनाव में लाडवा विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 1,83,470 थी. जिनमें 96,245 पुरुष मतदाता और 87,225 महिला मतदाता शामिल थी. साल 2019 में इस सीट पर 75.09 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
साल 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजे: साल 2019 के चुनाव में लाडवा सीट से कांग्रेस के Mewa Singh जीते थे. उन्हें 57,665 यानी 42.07% वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर बीजेपी उम्मीदवार डॉक्टर पवन सैनी रहे थे. जिन्हें 45,028 यानी 32.85% वोट मिले थे. कांग्रेस के मेवा सिंह ने बीजेपी उम्मीदवार पवन सैनी को 12,637 वोटों के अंतर से हराया था. इस बार इस सीट से मेवा सिंह के सामने बीजेपी की तरफ से हरियाणा के सीएम नायब सैनी हैं.
साल 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजे: साल 2014 के विधानसभा चुनाव में लाडवा विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार डॉक्टर पवन सैनी विधायक चुने गए थे. उन्हें 42,445 यानी 31.05% वोट मिले थे. तब दूसरे नंबर पर इनेलो उम्मीदवार बचन कौर बड़शामी रहे थे. जिन्हें 39,453 यानी 28.86% वोट मिले थे. बीजेपी के पवन सैनी ने 2,992 वोटों के अंतर से इनेलो उम्मीदवार को हराया था. इस चुनाव में तीसरे नंबर कांग्रेस उम्मीदवार कैलाशो देवी रही थी.
बागी बिगाड़ सकते हैं खेल: विनोद चौधरी ने कहा कि लाडवा में सबसे ज्यादा वोटर जाट समुदाय से आते हैं. यहां जाट करीब 40 हजार हैं, जबकि सैनी समुदाय के 35 हजार के करीब मतदाता हैं. हरियाणा में जाट वोटर ज्यादातर बीजेपी के खिलाफ माने जाते हैं. यही वजह रही कि 2019 में बीजेपी ये सीट नहीं जीत पाई. लाडवा से मौजूदा विधायक मेवा सिंह कांग्रेस के हैं और वो जाट समुदाय से आते हैं. मेवा सिंह ने 2019 में बीजेपी के पवन सैनी को 12637 वोट से हराया था. बागी भी यहां बीजेपी का खेल बिगाड़ सकते हैं.
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