सीकर : मेडिकल कॉलेज के अधीन नेहरू पार्क स्थित जनाना अस्पताल में नवजात बच्चों को अब मां का दूध मिल सकेगा. चिकित्सा सुविधाओं के तहत स्तनपान को बढ़ावा देने और बेहतर शिशु स्वास्थ्य के लिए जनाना अस्पताल में लेक्टेशन मैनेजमेंट यूनिट (एलएमयू) बनाई जाएगी.
स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए जनाना अस्पताल की पहली मंजिल पर एलएमयू बनाई जा रही है. यूनिट बनने से मां के दूध के स्टोरेज की सुविधा रहेगी, जिससे कोई भी नवजात मां के दूध से वंचित नहीं रहेगा और बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर होगा. : डॉ. सुमन कुम्हार, नोडल अधिकारी, एलएमयू, सीकर
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नोडल अधिकारी डॉ सुमन कुम्हार ने बताया कि संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में बनने वाली इस यूनिट में मां का दूध का स्टोरेज किया जाएगा, जिसके लिए यूनिट में डीप फ्रीजर सहित अन्य मशीनें लगाई जाएंगी. डीप फ्रीज में दूध रखते समय संग्रह की तिथि और समय लिखा जाएगा. साथ ही दूध के एक्सपायर होने की तिथि भी दर्ज होगी. इस दूध को मां के दूध से वंचित रहने वाले नवजात व प्री मैच्योर और निराश्रित गंभीर नवजात को उपलब्ध करवाया जाएगा.
जनाना अस्पताल में रोजाना औसतन करीब दो दर्जन से ज्यादा प्रसव होते हैं. चिकित्सकों के अनुसार कई बार समय से पहले जन्मे, कम वजन वाले और बीमार बच्चे मां के दूध से वंचित रह जाते हैं, जबकि बच्चे के सर्वांगीण विकास के लिए मां का दूध जरूरी होता है. इसके अलावा कई बार मां बच्चे को दूध नहीं पिला पाती है. इससे यूनिट में मौजूद महिला चिकित्सक की ओर से ऐसी माताओं की स्क्रीनिंग करवाई जाएगी. पौष्टिक होने के कारण नवजात में कई प्रकार के संक्रमण को मां के दूध के जरिए आसानी से कम किया जा सकता है. एक नवजात को दूसरी मां का दूध देने से पहले स्टाफ की ओर से जांच कराई जाएगी.