महासमुंद: छत्तीसगढ़ में नए शिक्षा सत्र शुरू हो चुका है. इस बीच महासमुंद के एक शासकीय स्कूल में तालाबांदी का मामला सामने आया है. स्कूल में बच्चों ने तालाबंदी कर दी. साथ ही गुरुवार को जिला प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की.
स्कूल के स्टूडेंट और परिजनों ने जड़ा स्कूल में ताला: दरअसल, ये मामला महासमुंद जिले के शासकीय प्राथमिक शाला तेन्दूवाही का है. इस स्कूल में शिक्षकों की कमी से परेशान बच्चों और पालकों ने गुरुवार को स्कूल में ताला जड़ दिया. इसके बाद सभी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. बच्चों के अभिभावकों की मानें तो पिछले तीन साल से स्कूल में शिक्षक की मांग की जा रही है. हालांकि कोई सुनवाई न होने पर स्कूल में ताला जड़ दिया गया.
स्कूल में पहली से लेकर पांचवी तक के 51 बच्चे पढाई करते हैं. बच्चों को पढ़ाने के लिए मात्र एक शिक्षक की पदस्थापना हुई है. इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. पालक पिछले तीन सालों से शिक्षक की मांग कर रहे हैं. हालांकि कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इसलिए आज स्कूल में तालाबंदी कर हमने विरोध प्रदर्शन किया. -बच्चों के अभिभावक
शिक्षा अधिकारी के समझाईश के बाद विरोध प्रदर्शन खत्म: स्कूल में तालाबंदी के ढाई घंटे बाद सहायक ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मोहकम से एक सहायक शिक्षक लेकर पहुंचे. तब जाकर पालकों ने विरोध खत्म किया.
पिछले सत्र में एक शिक्षक की व्यवस्था की गई थी, लेकिन वह कुछ समय बाद अपने मूल शाला पर चला गया. अभी तत्काल एक शिक्षक की व्यवस्था कर दी गई है. आगे इस मामले से जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत करा दिया गया है. जल्दी ही पूरी व्यवस्था कर दी जाएगी. -गजेन्द्र ध्रुव, सहायक ब्लॉक, शिक्षा अधिकारी
बता दें कि जिले में 286 प्राथमिक और मिडिल स्कूल है. तकरीबन सभी स्कूलों में एक ही शिक्षक हैं. ये स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहा है. शिक्षा विभाग के आला अधिकारी शिक्षा सत्र शुरु होने से पहले सारी व्यवस्था पूरी कर लेने की बात करते हैं. हालांकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है.