दुर्ग: भिलाई इस्पात संयंत्र में ड्यूटी के दौरान रविवार को एक मजदूर अचानक बीमार पड़ गया. उसे अस्पताल ले जाया गया. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. इस बीच सोमवार को परिजनों ने धरना प्रदर्शन किया है. परिजनों का आरोप है कि मजदूर की हादसे में मौत हुई है. उसके शरीर पर काले निशान पाए गए. साथ ही परिजन मौत के कारण की जांच की मांग कर रहे हैं.
परिजन ने जताई हादसे में मौत की आशंका: इस बारे में मृतक की बेटी ने आरोप लगाया कि, "रविवार को फोन आया था कि मेरे पिता को हार्ट अटैक आया है. उसके बाद कल हमें पापा का चेहरा दिखाया गया. सोमवार को जब हमें पिता का शव दिखाया गया तो हमने देखा कि हाथ और पीठ पर काले निशान हैं. हमें लग रहा है कि पिता के साथ हादसा हुआ है. हम चाहते हैं कि मौत के कारण की जांच हो."
मौत के कारणों की जांच हो: इसके साथ ही मृतक के परिजन का कहना है कि हमें कंपनी की ओर से 50 हजार कैश और दो लाख रुपया का चेक दिया गया. साथ ही कुछ कागजात पर साइन भी करवाए गए. सोमवार को शव देखने के बाद परिजनों ने मौत के कारण की जांच की मांग की है. साथ ही घर के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग भी की है.
"भिलाई इस्पात संयंत्र में रामायण चौधरी की मृत्यु हुई है. मजदूर चलते चलते बेहोश हो गया और सेक्टर 9 के अस्पताल ले जाने के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मृतक के कंधे और पीठ पर काला निशान दिख रहा है. परिजन हादसे की आशंका जता रहे हैं. जांच की जा रही है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी." -प्रशांत मिश्रा, टीआई, भट्टी थाना
बता दें कि भिलाई इस्पात संयंत्र में ड्यूटी के दौरान 59 वर्षीय ठेका कर्मी रामायण चौधरी की मौत हो गई है. इसके बाद सोमवार को परिजनों ने जमकर हंगामा किया. साथ ही परिजनों ने मौत के कारण की जांच की मांग के साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है. इस पूरे मामले में पुलिस जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है. वहीं अब तक इस मामले में भिलाई इस्पात संयंत्र कंपनी के किसी भी अधिकारी का कोई बयान सामने नहीं आया है.