लखीमपुर खीरी: दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगल से निकलकर सोमवार को एक बाघ पहुंच गया एक किसान के खेत में जहां काम कर रहे मजदूर को दबोच लिया और उसको एक किलोमीटर दूर तक घसीट ले गया. फिर उसको अपना निवाला बना लिया. इतना ही नहीं बाघ घंटों मजदूर के शव के पास ही बैठ रहा. साथी मजदूरों की सूचना पर मझगई पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के साथ युवक की खेतों में तलाश शुरू की, करीब दो घंटे बाद पुलिस और ग्रामीणों को युवक का शव बरामद हो सका. घटना के काफी देर बाद वन विभाग की टीम के पहुंचने पर ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की. डीएफओ दुधवा बफर जोन का फोन ही नहीं उठा.
बता दें कि, मझगई थाना क्षेत्र के गांव राजापुरवा निवासी बाबूराम (25) एक किसान के खेत पर काम करता था. इसी दौरान खेत से निकले बाघ ने मजदूर पर अचानक हमला कर दिया और उसे खेत में खीच ले गया. बाबूराम के साथ के साथियों ने मामले की सूचना पुलिस को दी. घटना के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण की भीड़ भी मौके पर आ पहुंची. पुलिस के आने बाद ग्रामीणों और पुलिस ने युवक की खेतों में तलाश शुरू की. करीब एक किलोमीटर तक तलाश करने के बाद बाबूराम का शव पुलिस और ग्रामीणों को गन्ने के खेत से बरामद हो सका.
ग्रामीणों का आरोप था कि, घटना की सूचना के काफी समय के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच सकी. वन विभाग की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ेगा. जिसको लेकर ग्रामीणों में खासा आक्रोश दिखाई दिया. पुलिस ने शव का पंचनामा भरना चाहा लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस को भी शव को हाथ नहीं लगाने दिया. बताया जाता है कि घटना स्थल के पास ही मृतक के परिजन ग्रामीणों के साथ शव रखकर देर शाम तक बैठे रहे और अधिकारी उन्हें मनाने के प्रयास में लगे हुए हैं. वहीं डीएफओ बफर जोन का फोन भी नहीं उठने से ग्रामीणों में खासा रोष है.
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