प्रयागराज : संगम नगरी प्रयागराज में पांच महीने बाद लगने वाले महाकुंभ मेला को लेकर प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अफसरों और सभी 13 अखाड़ों के प्रमुख साधु-संतों की बैठक हुई. बैठक में महाकुंभ के सफल आयोजन को लेकर साधु संतों ने श्रद्धालुओं भक्तों के आने जाने से लेकर स्नान घाटों तक पर बेहतर सुविधाएं दिए जाने को सुझाव दिए. साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विस्तार से चर्चा की गई. साथ ही कुंभ के दौरान आने वाले फर्जी बाबाओं के आने पर रोक लगाने और जेल भेजने की बात रखी गई.
फर्जी साधु बाबाओं पर कार्यवाई का मुद्दा भी उठा : प्रयागराज में हुई महाकुम्भ मेला से जुड़ी इस बैठक में साधु संतों की तरफ से इस बात की भी चर्चा की गयी जो कुछ स्वयंभू साधु बाबा सनातन धर्म को बदनाम कर रहे हैं. उस तरह के बिना किसी अखाड़े संत परंपरा समुदाय से जुड़े हुए पाखंडी बाबाओं को कुम्भ मेला में आने से रोकने के लिए नीति बनाये जाने का विषय भी उठाया गया. इस पर अफसरों की तरफ से कहा गया कि अखाड़े और उससे जुड़े संत महात्माओं की तरफ से फर्जी बाबाओं के खिलाफ कार्रवाई किये जाने को लेकर योजना तैयार की जाए. इसके बाद उस पर चर्चा कर उसी के हिसाब से कार्रवाई किये जाने की योजना बनायी जाएगी. यही नहीं इस बैठक में शामिल साधु संतों ने हाथरस की घटना को देखते हुए महाकुंभ मेले में आने वाले फर्जी, ढोंगी और पाखंडी बाबाओं का प्रवेश रोके जाने के साथ ही उन्हें जेल भेजने तक कि मांग की.
मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने बताया कि इस बार के महाकुंभ को प्लास्टिक फ्री घोषित किया गया है. बैठक में शामिल एडीजी जोन भानु भाष्कर ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए बताया कि 2025 के महाकुम्भ में सुरक्षा की अभेद्य व्यवस्था रहेगी. एडीजी जोन ने बताया कि महाकुंभ मेले की सुरक्षा ऐसी की जाएगी वहां परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा. सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ही सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन के साथ ही साइबर टीम की मदद से महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की जाएगी. मेला क्षेत्र में जो भी पुलिसकर्मी और अन्य विभागों के अधिकारी, कर्मचारी महाकुंभ प्रबंधन से जुड़े हैं उनके साथ ही मीडिया के लिए भी बायोमीट्रिक आई कार्ड दिए जाने की व्यवस्था की जाएगी.