सरगुजा: साल 2022 में भूपेश सरकार के दौरान 19 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी पर त्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में कृष्ण कुंज का शुभारंभ किया. प्रदेश के 162 नगरीय निकाय क्षेत्रों में कृष्ण कुंज बनाए गए. सभी कृष्ण कुंज में भगवान कृष्ण की प्रतिमा लगाई गई. इनमें 383 औषधीय पौधे रोपे गये. जन्माष्टमी का उत्सव कृष्ण कुंज में बड़े धूम धाम से मनाया गया. बाद में साल 2023 में सत्ता बदल गई. ना ही पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार और ना ही अभी की भाजपा सरकार ने इसकी सुध ली.
कृष्ण जन्माष्टमी पर कृष्ण कुंज हुआ बदहाल: आज कृष्ण जन्माष्टमी है. कृष्ण मंदिरों में पूजापाठ, हवन कीर्तन चल रहे हैं. लेकिन अंबिकापुर का कृष्णकुंज वीरान पड़ा है. ETV भारत जब कृष्णकुंज पहुंची तो वहां ताला लगा हुआ था. ताले में भी जंग लग चुकी है. जो इस बात का संकेत दे रही है कि कई महीनों से कृष्णकुंज के गेट का ताला नहीं खुला है. वहां कई औषधीय पौधे लगाए गए है लेकिन उनका कोई केयर टेकर नहीं है. वृक्षारोपण के बीच मे भगवान कृष्ण की प्रतिमा अकेली खड़ी है. जन्माष्टमी पर पूरे कृष्ण कुंज में सन्नाटा पसरा हुआ है.
कांग्रेस ने कहा- भाजपा को सिर्फ राम से मतलब: कांग्रेस नेता हिमांशु जायसवाल ने इस मामले में भाजपा सरकार को दोषी ठहराया है. उन्होंने कहा "कांग्रेस की सरकार में कृष्ण कुंज के साथ राम वन गमन परिपथ भी बनवाया था. लेकिन भाजपा सिर्फ राम के नाम पर सियासत करती है. उसे वास्तविक में भगवान से कोई लेना देना नही है."
भाजपा को जवाब- कांग्रेस ने राम को बताया काल्पनिक: कृष्ण कुंज की बदहाली पर कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया. भाजपा नेता वेदांत तिवारी कहते हैं "कांग्रेस को इस विषय पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है. ये वही दल है जिसने रामसेतु के खिलाफ कोर्ट में याचिका लगाई थी और भगवान राम को काल्पनिक बताया था. कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने कार्यकाल में कृष्ण कुंज बनवाया, जबकि उनके पिता राम विरोधी हैं. रही बात कृष्ण कुंज बंदहोने की तो वन विभाग के अधिकारियों से बात कर उसे जल्द खुलवाया जाएगा. "