कानपुर: पूरे देश में 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा. जिस तरह वृंदावन में इस खास मौके का लाखों भक्त इंतजार करते हैं, ठीक उसी तर्ज पर कानपुर के मैनावती मार्ग स्थित भगवान राधा-रानी के दरबार इस्कॉन मंदिर में भी लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं. उनमें सैकड़ों की संख्या में विदेशी भक्त भी शामिल रहते हैं. इस जन्माष्टमी को भव्य मनाने के लिए इस्कॉन मंदिर में जहां, थाइलैंड से आर्किड समेत कई अन्य फूलों को मंगाकर भगवान का दरबार सजाया जाएगा, वहीं वृंदावन से बनकर आए 4.5 लाख रुपये के वस्त्र भगवान को पहनाए जाएंगे.
मंदिर प्रबंधन ने जन्माष्टमी को रविवार से लेकर मंगलवार देर तक मनाने का निर्णय लिया है. मंदिर को चारों ओर से सजाया जा रहा है. भक्त आसानी से दर्शन कर सकें, इसके लिए भी विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं.
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1008 पकवानों का लगेगा भोग, रात 12 बजते ही जन्मोत्सव संग होगी पूजा-अर्चना: इस पूरे मामले को लेकर इस्कॉन मंदिर के मीडिया प्रभारी प्रशांत ने ईटीवी भारत संवाददाता से खास बातचीत की. प्रशांत ने बताया, कि 26 अगस्त को सुबह साढ़े चार बजे से लेकर देर रात एक बजे तक आयोजन ही आयोजन होंगे. सुबह भगवान की आरती होगी, फिर पूजा-अर्चना का कार्यक्रम होगा. इसके बाद कथावाचक भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की जानकारी देंगे. शाम को भगवान श्रीकृष्ण के भजन गूंजेंगे.
कानपुर के रहवासी इस मंदिर से परिवार की तरह जुड़े हैं. वह सभी अपने पकवान लेकर आएंगे. फिलहाल, हमारी तैयारी है कि हम जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को 1008 पकवानों का भोग लगाएं. हालांकि यह संख्या 10 हजार के पार भी जा सकती है. प्रशांत ने कहा, कि रात 12 बजे धूमधाम से इस्कॉन मंदिर प्रांगण में प्रभु श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव हम सभी मनाएंगे. उसके बाद प्रसाद वितरण भी होगा.