बलरामपुर : जिले के रामानुजगंज फॉरेस्ट रेंज में हिरण प्रजाति के वन्यजीव कोटरी का शिकार किया गया. सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने कोटरी का शिकार करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है.
जंगल से गांव पहुंची मादा कोटरी को मारा : रामानुजगंज फॉरेस्ट रेंज अंतर्गत महावीरगंज सर्किल के गम्हरिया गांव में विचरण करते हुए जंगल से गांव में पहुंचे मादा कोटरी को दो ग्रामीणों ने मार डाला. पहले तो दोनों ने डंडे से मार मारकर बेजुबान कोटरी को घायल कर दिया और फिर उसे बेहरमी से मौत के घाट उतार दिया. आरोपी वन्यजीव कोटरी के मांस को पकाने की तैयारी में जुटे थे. इसी बीच वनविभाग को इसकी सूचना मिल गई. वन विभाग की टीम ने फौरन गांव पहुंचकर दबिश दी और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया.
"रामानुजगंज वन परिक्षेत्र के महावीरगंज सर्किल के गम्हरिया गांव में दो व्यक्तियों ने अवैध रूप से वन्य प्राणी कोटरी का शिकार किया. दो आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की धारा 09 धारा 50 और 51 के तहत वैधानिक कार्रवाई किया जा रहा है." - वीके सिंह, डिप्टी रेंजर
पोस्टमाईटम करने के बाद शव दफनाया : वन विभाग की टीम ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उनके घर से वन विभाग की टीम ने वन्यजीव कोटरी का मांस और हथियार को जब्त किया है. वन विभाग की टीम ने मृतक कोटरी का रामानुजगंज में पोस्टमार्टम कराया. इसके बाद वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की मौजूदगी में मादा कोटरी का अंतिम संस्कार किया गया.
प्रदेश के घने वन्य क्षेत्रों में अक्सर चारा पानी के अभाव में वन्यजीव भटक कर जंगल से बाहर आ जाते हैं. लेकिन कुछ लोग ऐसे बेजुबान जीवों का शिकार करते हैं. कई बार कुत्तों के काटने से भी ये वन्यजीव घायल हो जाते हैं और इनकी असमय मौत हो जाती है.