कोटा : शहर के एक निजी स्कूल टीचर हर्षित भूटानी ने कौन बनेगा करोड़पति में 12.5 लाख रुपए जीते हैं. हर्षित और उनकी पत्नी मनिका कपूर दो बार पहले भी केबीसी में सिलेक्ट हुए थे, लेकिन हॉट सीट तक नहीं पहुंच पाए. केबीसी में जाने के लिए हर्षित और उनकी पत्नी मनिका कपूर सालों से मेहनत कर रहे थे. एमबीए कर चुके हर्षित भूटानी इनामी राशि जीतकर कोटा लौट आए हैं. इनामी राशि जीतने पर उनके स्कूल का स्टाफ और स्टूडेंट काफी खुश हैं. कोटा शहर के कुन्हाड़ी इलाके के रहने वाले हैं हर्षित. भूटानी का कहना है कि वह 12वें सवाल तक 12.50 लाख रुपए जीत चुके थे और उनकी सभी लाइफलाइन भी खत्म हो गई थी. उन्हें 25 लाख के इनाम के लिए पूछे गए 13वें सवाल का जवाब नहीं आ रहा था, इसलिए उन्होंने 12.5 लाख रुपए जीतकर गेम वहीं छोड़ दिया.
पहले दो बार अमिताभ से मिल किया संतोष : हर्षित भूटानी का कहना है कि साल 2022 में भी वो केबीसी में सिलेक्ट हो गए थे, लेकिन वह हॉट सीट पर नहीं बैठ पाए. इसके बावजूद उन्होंने मेहनत नहीं छोड़ी. साल 2023 में उनकी पत्नी मनिका कपूर जो मैथेमेटिक्स की टीचर हैं, वो भी केबीसी में सिलेक्ट हुई थी, लेकिन हॉट सीट पर आने के लिए जरूरी सवाल के जवाब में दूसरे नंबर पर रहीं. हर्षित का साल 2024 में एक बार फिर 10 कंटेस्टेंट में चयन हुआ और इस बार वो हॉट सीट पर पहुंच गए. उनका कहना है कि पहले दो बार में उन्होंने अमिताभ बच्चन से मुलाकात पर ही संतोष करना पड़ा.
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इकोनॉमिक्स, सोशल और बिजनेस स्टडीज के टीचर : हर्षित शहर के कुन्हाड़ी इलाके में रहते हैं. उन्होंने पुणे के एक कॉलेज से फाइनेंस में एमबीए किया है. इसके बाद उन्होंने टीचिंग का काम शुरू कर दिया. वर्तमान में डकनिया स्टेशन के नजदीक स्थित एसआरपीएस स्कूल में पढ़ाते हैं. हर्षित इकोनॉमिक्स, सोशल और बिजनेस स्टडीज के टीचर हैं. हर्षित के कौन बनेगा करोड़पति में जाने और हॉट सीट पर बैठकर लाखों रुपए जीतने पर पूरा स्कूल खुश है. स्कूल के निदेशक अंकित राठी और प्रिंसिपल आलेखा कपलाश के साथ पूरे स्टाफ ने उनका भव्य स्वागत किया.
कोरोना से शुरू हुआ अभियानः कोविड-19 के दौरान नौकरी जाने के खतरे की आशंका के बीच हर्षित भूटानी ने कौन बनेगा करोड़पति के जरिए अपनी किस्मत को चमकाने का फैसला किया. साल 2020 के बाद में लगातार केबीसी की हॉट सीट पर बैठने के लिए प्रयास करते रहे. इसके साथ में निजी स्कूलों में पढ़ाने का काम भी करते थे. उनके पिता प्रवेश और मां वीना ने कहा कि खुशी को बयां नहीं कर सकता हूं.
एक ही लक्ष्य, पूरा परिवार देगा जवाबः हर्षित के पिता प्रवेश भूटानी का कहना है कि सोमवार से शुक्रवार पूरे परिवार का लक्ष्य केबीसी देखना होता है. रात के समय जब शो आता है तो घर में कोई काम नहीं होता कोई फोन कॉल्स रिसीव नहीं किया जाता है. इस समय घर में सभी केबीसी के शो को देखते हैं और वहां पूछे गए सवालों का जवाब वहां पर बैठे हुए कंटेस्टेंट के पहले खुद देने का प्रयास करते थे. मन में था कि केबीसी में जाना है, इसीलिए वह मेहनत लगातार करते रहे. यह चार साल से जारी रहा. हर्षित का कहना है कि वे केबीसी देखना नहीं छोड़ेंगे. हालांकि, अब उनके परिवार का कोई भी सदस्य दोबारा केबीसी के रूल के अनुसार पार्टिसिपेट नहीं कर सकता है.