कोटा : बड़ी मेट्रो सिटीज की तर्ज पर कोटा का भी रिंग रोड का सपना जल्द ही पूरा होने वाला है. इसमें अब करीब साल भर का समय और लगेगा. सरकारी और तकनीकी कारणों के चलते इसमें देरी भी हुई है. कोटा ने रिंग रोड के लिए करीब 10 साल से इंतजार किया है. नॉर्दर्न बाईपास फेज 1 का सालों से अटका हुआ काम भी कोटा विकास प्राधिकरण ने शुरू करवा दिया है. दूसरी तरफ सार्वजनिक निर्माण विभाग का नेशनल हाईवे खंड ने फेज 2 के काम में भी गति बढ़ा दी है.
नॉर्दर्न बाईपास फेज 1 का अटका हुआ काम शुरू करवा दिया है. यह काम पूरी क्षमता से किया जा रहा है. करीब 13 करोड़ रुपए की लागत से यह शेष काम होगा, जिसमें अधूरे रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण भी है. हमारा लक्ष्य है कि दिवाली के आसपास ट्रैफिक शुरू कर दिया जाए. : रविंद्र प्रकाश माथुर, निदेशक अभियांत्रिकी, केडीए
नॉर्दर्न बाईपास के दोनों फेज का काम पूरा होने पर कोटा का रिंग रोड बन जाएगा. यह जहां पर शुरू और खत्म हो रहा है, वहां से पहले ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया का कोटा बाईपास बना हुआ है. दोनों को मिलाकर कोटा का रिंग रोड करीब 72 किलोमीटर लंबा होगा, क्योंकि एनएचएआई का कोटा बाईपास 45 किलोमीटर का है तो नॉर्दर्न बाईपास के दोनों फेज मिलाकर 27 किलोमीटर की दूरी है.
केवल 800 मीटर में शेष था काम : नॉर्दर्न बाईपास का फेज वन का पूरा काम हो गया था, केवल 800 मीटर का काम झालीपुरा की तरफ से भूमि व्याप्ति के चलते बंद हो गया था. इसमें विवाद के चलते निर्माण नहीं हो पाया और करीब 8 साल से यह अटका हुआ है. इसी 800 मीटर के टुकड़े के साथ कोटा बीना रेल लाइन के ऊपर रेलवे ओवर ब्रिज का अधूरा काम था. इसमें आधा ओवर ब्रिज बनकर तैयार था, जिसको अब पूरा बनाया जाना है. इसके बाद 14.4 किलोमीटर का हिस्सा पूरा हो जाएगा. इसका निर्माण बीते माह दिसंबर महीने से शुरू हो गया है और यह इस साल नवंबर तक पूरा होगा.
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साल भर में कंप्लीट होगा फेज टू का निर्माण : बीते साल नॉर्दर्न बाईपास के फेज 2 के लिए साल 2022 में केंद्र सरकार ने 175 करोड़ का बजट जारी किया था. इसके बाद टेंडर प्रक्रिया 2023 में पूरी हो गई, लेकिन जमीन भूमि अवाप्ति में दिक्कत आई. यह पूरी जमीन अवाप्ति का काम बूंदी जिला प्रशासन को करना था. इसमें काफी देरी हुई, हालांकि अक्टूबर 2024 में निर्माण शुरू हो गया. करीब एक साल में यह निर्माण पूरा होने की उम्मीद है. ऐसे में जनवरी 2026 तक काम पूरा हो जाएगा और कोटा का बाईपास भी पूरा हो जाएगा. यह दूसरे फेज में गामछ से लेकर बल्लोप तक 12.91 किलोमीटर की सड़क बननी है. यह पूरा निर्माण कार्य 10 मीटर चौड़ी डामर की दो लेन सड़क का है. इसमें 7.5 मीटर का डामर और दोनों तरफ 1.25 मीटर का पेव्ड शोल्डर है.
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नॉर्दर्न बाईपास के फेज 2 का काम तेज गति से चल रहा है. इसको 6 महीने में पूरा करवाने की हमारी कोशिश है. इतना ही समय इसके निर्माण की समय सीमा का शेष है. जरूरत पड़ी तो निर्माण की समय सीमा बढ़ भी सकती है. शुरुआत में जमीन अधिग्रहण में समस्या आई थी. कुछ जमीन अधिग्रहण का काम अभी शेष है. : अजय चौधरी, अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी एनएच खंड, कोटा
बारां रोड से आने वाले वाहनों का बचेगा समय और टोल : रिंग रोड का निर्माण हो जाने के बाद बारां की तरफ से जयपुर की तरफ जाने वाले वाहनों को काफी फायदा मिलेगा. फिलहाल इन वाहनों को हैंगिंग ब्रिज होकर जयपुर की तरफ जाने के लिए झालीपुरा से बल्लोप तक 45 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है, जबकि नॉर्दर्न बाईपास के दोनों फेज का निर्माण हो जाने पर यह 27 किलोमीटर की दूरी तय करके ही बल्लोप पहुंच जाएंगे. इनके 15 किलोमीटर भी बचेंगे और हैंगिंग ब्रिज का भारी टोल भी बच जाएगा. इन्हें नॉर्दर्न बायपास फेज 1 पर बने टोल प्लाजा पर ही टोल देना होगा, जो टू लेन सड़क का टोल होगा. वहीं, एक्सप्रेसवे से एनएच 27 पर उतरने वाले वाहन झालीपुरा से जयपुर की तरफ जा सकेंगे.
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नहीं होगी कोटा में आने की जरूरत : इस बाईपास से कोटा शहर में आने वाले हर रास्ता जुड़ रहा है, जिसमें बूंदी, केशोरायपाटन, रावतभाटा, चितौड़गढ़, बंधा धर्मपुरा, कैथून, झालावाड़, सांगोद और बारां रोड शामिल हैं. ऐसे में इन रोड से आने वाले वाहन जिन्हें दूसरे रोड पर जाना है, उन्हें कोटा शहर में प्रवेश की आवश्यकता नहीं होगी. वे सभी बाईपास की मदद से निकल सकेंगे. खास तौर पर भारी वाहन और दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से आकर जाने वाले वाहन भी शामिल हैं.
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इस तरह का होगा कोटा का रिंग रोड
- नेशनल हाईवे 27 पर बारां के नजदीक से नॉर्दर्न बाईपास शुरू होगा. यह कोटा बीना रेल लाइन को क्रॉस करता हुआ रंगपुर के पास चंबल नदी को क्रॉस कर गामछ तक पहुंच रहा है. यह दूरी 14.4 किलोमीटर है.
- नॉर्दर्न बायपास फेज 2 की शुरुआत केशोरायपाटन के नजदीक गामछ से होगी. यह पूरी तरह ग्रीन फील्ड बनाया जा रहा है, जो बल्लोप में जाकर नेशनल हाईवे 52 में जाकर मिलेगा.
- बल्लोप से नेशनल हाईवे 52 के कोटा बाईपास की शुरुआत होती है. यह बाईपास शंभूपुरा के नजदीक एनएच 27 में मर्ज हो जाता है.
- जहां पर नेशनल हाईवे 27 और 52 मिलते हैं, वहां से ही कोटा NH 27 का कोटा बाईपास शुरू हो जाता है. यहां से हैंगिंग ब्रिज होता हुआ चंबल नदी को क्रॉस करता है.
- एनएच 52 जगपुरा के नजदीक इस बाईपास से अलग होकर झालावाड़ की तरफ जा रहा है.
- यह बाईपास झालीपुरा के नजदीक खत्म हो रहा है. यहां से कुछ मीटर की दूरी पर ही नॉर्दर्न बाईपास का फेज वन शुरू हो रहा है.