कोरबा: कोरबा की बेटी स्नेहा बंजारे ने यूएई में आयोजित वर्ल्ड कराटे चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता है. बचपन से ही कराटे का शौक रखने वाली स्नेहा ने अपने दम पर न सिर्फ कोरबा बल्कि राज्य भर का नाम विश्वस्तर पर रोशन किया है. स्नेहा इस उपलब्धि के बाद जब कोरबा लौटी तो उनके परिवार, दोस्तों और समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया. कोरबा के रेलवे स्टेशन से घर तक विजय रैली निकाली गई.
68 किलोग्राम वर्ग में जीता सिल्वर: भारत से 49 खिलाड़ी विश्व कराटे चैंपियनशिप में हिस्सा लेने पहुंचे थे, जिनमें छत्तीसगढ़ से स्नेहा इकलौती महिला खिलाड़ी थीं. स्नेहा ने सीनियर वर्ग में 68 किग्रा कैटेगरी में खेलते हुए सिल्वर मैडल जीता है. स्नेहा ने अलग-अलग प्रतियोगिताओं में जीत दर्ज कर फाइनल राउंड में जगह बनाई. फाइनल राउंड में स्नेहा का मुकाबला मिस्र के साथ था. इस मैच में स्नेहा को सिल्वर मिला है. इस प्रतियोगिता में अमेरिका, इंग्लैंड, रुस, जॉर्डन समेत 84 देशों ने हिस्सा लिया.
परिवार में सभी कराटे खिलाडी: स्नेहा एक सामान्य परिवार में पली बढ़ी है. उनके बड़े भाई और पिता भी कराटे खिलाड़ी हैं. पूरा परिवार बच्चों को ट्रेनिंग देने का काम भी करता है. स्नेहा बचपन से ही कराटे की प्रैक्टिस कर रही है. साल 2023 में गुरुघासीदास विश्वविद्यालय की ओर से खेलते हुए स्नेहा बंजारे ने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी में भी जीत दर्ज कर सिल्वर मैडल हासिल किया था. स्कूल स्तर की प्रतियोगिताओं में भी स्नेहा ने राज्य स्तर पर कई मैडल अपने नाम किए हैं.
मैंने कड़ी मेहनत के दम पर यह मुकाम हासिल किया है. तीन-चार साल की उम्र से ही मैं कराटे की प्रैक्टिस कर रही हूं. वर्ल्ड चैंपियनशिप प्रतियोगिता में चयन होने के बाद मैंने अपनी मेहनत दोगुनी कर ली थी, जो जूनियर खिलाड़ी खेल के क्षेत्र में रुचि रखते हैं और अपना करियर बनाना चाहते हैं. उन्हें अपने आप के प्रति ईमानदार रहना होगा. कड़ी मेहनत करनी होगी.- स्नेहा बंजारे, वर्ल्ड कराटे चैंपियनशिप मेडलिस्ट
सफलता का श्रेय बड़े भाई को दिया: यूएई में आयोजित वर्ल्ड कराटे चैंपियनशिप में मेडल जीतने के बाद स्नेहा ने सफलता का श्रेय अपने बड़े भाई और कोच अविनाश बंजारे को दिया. स्नेहा की मां राधा भी उनकी उपलब्धि से काफी खुश हैं.