भिवानी: कोलकाता में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर मामले में देशभर के डॉक्टर सड़कों पर उतर गए हैं. डॉक्टर इंसाफ की मांग कर रहे हैं. महिला डॉक्टर के साथ 8 अगस्त को जो कुछ हुआ वो निंदनीय है चिंताजनक है. सवाल उठ रहे हैं कि नाइट ड्यूटी करने वाली महिलाएं अपने ऑफिस में सुरक्षित नहीं तो फिर बेटियां सुरक्षित हैं कहां पर. दिल्ली के निर्भया कांड जैसे इस मामले में देशभर में बवाल मचा हुआ है. अब इस मामले की आंच हरियाणा तक पहुंच गई है. जिसके चलते भिवानी में भी डॉक्टरों ने रोष मार्च निकाला है.
भिवानी में डॉक्टरों का हल्ला बोल: देशभर में IMA के बैनर तले चिकित्सकों ने रोष मार्च निकालकर चिकित्सकों की सुरक्षा निश्चित किए जाने और सेंट्रल कानून बनाए जाने की मांग की है. वहीं, भिवानी में कैंडल मार्च निकालकर डॉक्टरों ने अपना रोष जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को सुरक्षा मुहैया करवाए जाने, अस्पतालों में सेफ जोन घोषित किए जाने और कोलकाता मामले में आरोपियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की.
अस्पतालों को सेफ जोन घोषित करने की उठी मांग: डॉ. करण पुनिया व अन्य चिकित्सकों का कहना है कि दिल्ली के निर्भया कांड की तरह ये भी बहुत बड़ा मामला है. जिसकी जितनी निंदा की जाए उतनी ही कम है. डॉक्टरों ने अस्पतालों को सेफ जोन घोषित किए जाने और सेंट्रल कानून बनाए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों का निपटान फास्ट ट्रैक कोर्ट में किए जाने और कोलकाता मामले के दोषियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की है.
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