रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के जिस एक नेता पर आलाकमान की नजरें सबसे ज्यादा टेढ़ी हुई है उनका नाम है रामेश्वर उरांव. चुनाव के बाद बनी हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली नई सरकार में मंत्री बनने से वंचित रह गए.
पूर्व वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव को कांग्रेस विधायक दल के नेता बनाये जाने की संभावना थी लेकिन आज प्रदीप यादव को कांग्रेस विधायक दल के नेता बनाये जाने के बाद अब रामेश्वर उरांव सिर्फ एक विधायक बनकर रह गए हैं.
षष्टम विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान ही झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने विधानसभा जाकर अध्यक्ष को यह जानकारी और पत्र सौंपा कि प्रदीप यादव विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता होंगे. वहीं खिजरी से कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप को विधानसभा में सदन का उपनेता बनाया गया है.
पार्टी नेतृत्व की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा- प्रदीप यादव
झारखंड विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता बनाये जाने पर प्रदीप यादव ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के आला नेता सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, प्रदेश प्रभारी और झारखंड प्रदेश अध्यक्ष को धन्यवाद दिया. प्रदीप यादव ने कहा कि जो विश्वास पार्टी नेतृत्व ने उनपर जताया है, उस पर खरा उतरने का वह शत-प्रतिशत प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने में अपनी भूमिका पूरी निष्ठा से निभाएंगे.
मथुरा महतो बने विधानसभा में झामुमो के मुख्य सचेतक
वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा ने विधानसभा में अपना मुख्य सचेतक वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री मथुरा महतो को बनाया है. मुख्य सचेतक बनाये जाने पर मथुरा महतो ने पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए कहा कि अपने कर्तव्यों के निर्वहन में कोई चूक नहीं हो, इसका वह ख्याल रखेंगे. पार्टी ने अभी सचेतकों के नाम की घोषणा नहीं की है.
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