नीमकाथाना: किसान महापंचायत का जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन शनिवार को नीमका थाना में आयोजित हुआ. सम्मेलन में किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि यमुना के पानी को लेकर राज्य सरकार ने हरियाणा से समझौते की बात कह रही है, लेकिन छह माह से इस बारे में केवल बातें ही सुन रहे हैं. यदि हरियाणा से इस संबंध में कोई समझौता हुआ है तो सरकार को उसे सार्वजनिक करना चाहिए.
सम्मेलन में जाट ने कहा कि कुंभाराम लिफ्ट परियोजना का काम कई सालों से अटका पड़ा है. इस परियोजना का काम जल्द शुरू होना चाहिए. इसी प्रकार यमुना नहर के पानी की मांग 30 वर्षों से चल रही है. हरियाणा और राजस्थान में समझौता नहीं हो पा रहा. कभी हरियाणा ढीला पड़ जाता है तो कभी राजस्थान. इसके चलते आज तक एक भी बूंद यमुना का पानी हमें नहीं मिला.
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उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार की ओर से लगातार प्रचार किया जा रहा है कि राजस्थान और हरियाणा सरकारों में यमुना जल को लेकर समझौता हो गया है, लेकिन वह समझौता आज तक सार्वजनिक क्यों नहीं किया जा रहा. पिछले छह माह से केवल एमओयू होने की बातें सुन रहे हैं, लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं हुआ. जाट ने कहा कि दोनों राज्यों की सरकारों के बीच हुआ एमओयू सार्वजनिक किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों को पानी के लिए यमुना के जल की और कंठ को पानी के लिए यमुना के जल की आवश्यकता है. सरकार को इस ओर तेजी से काम करना चाहिए.
फसलों का मिले उचित दाम: किसान महापंचायत के अध्यक्ष जाट ने कहा कि किसानों को फसल का उचित दाम मिलना चाहिए. यदि प्राकृतिक आपदा के कारण फसल खराब हो जाए तो खराबे का मुआवजा तुरंत दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी दल की हो, जब तक राज में नहीं आ जाती, तब तक किसानों की बात करती हैं. एक बार राज आने के बाद सरकारों के मुंह से किसान शब्द गायब हो जाता है.
किसान महापंचायत के जिला अध्यक्ष बलदेव यादव ने भी किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर विस्तार से चर्चा की. सम्मेलन में कुंभाराम लिफ्ट परियोजना का पानी नीमकाथाना को उपलब्ध कराने, एमएसपी पर कानून बनाने, यमुना नहर का पानी लाने सहित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई. सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष मुसद्दीलाल, जिला अध्यक्ष बलदेव यादव सहित किसान महापंचायत के अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे.