दौसा. लोकसभा चुनाव के रण में प्रचार अब जोर पकड़ने लगा है. सभी पार्टियों के दिग्गज नेता मैदान में उतर चुके हैं. सभी अपनी जीत की जुगत में लगे हुए हैं. इसी बीच भाजपा के कद्दावर नेता और राज्य सरकार में कृषि मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा की भी दौसा के चुनाव प्रचार में एंट्री हो चुकी है. कृषि मंत्री सोमवार को भाजपा प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा के लिए समर्थन जुटाने दौसा पहुंचे. उन्होंने कार्यकर्ताओं से मिलकर भाजपा की जीत सुनिश्चित करने का आह्वान किया.
इस दौरान किरोड़ीलाल मीणा ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस दौसा में ही नहीं, पूरे देश में जातिवाद का जहर फैलाना चाहती है. देश में जातिगत मुद्दों को उछालकर 60 साल तक जाति के नाम पर जो उन्होंने किया है, वहां फिर से देश को ले जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 साल के कार्यकाल में सिर्फ राष्ट्रवाद हावी रहा है. जातिवाद का यहां कोई स्थान नहीं है.
एससी-एसटी वर्ग को गुमराह कर रही है कांग्रेस : किरोड़ी ने बताया कि दौसा लोकसभा में हमारा कैंडिडेट कमल का फूल है. इसलिए किसी प्रकार का असंतोष कार्यकर्ताओं में नहीं है. भाजपा के खिलाफ जो भ्रम कांग्रेस फैला रही है. उन भ्रमों को जनता के बीच जाकर दूर करेंगे. कृषि मंत्री ने कहा कि कांग्रेस एससी और एसटी वर्ग को बहकाने के लिए भाजपा द्वारा आरक्षण खत्म करने की बात कह रही है, जब तक मोदी है, तब तक आरक्षण को कोई हाथ भी नहीं लगा सकता. आरक्षण को मोदी ने बढ़ाया है. इसे और आगे बढ़ाने का काम भी पीएम मोदी करेंगे और आरक्षण को मजबूती देने का काम भी मोदी ही करेंगे.
अंबेडकर को हराने के लिए नेहरू मुंबई गए : किरोड़ी मीणा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हए कहा कि आरक्षण को लेकर कांग्रेस का रवैया ठीक नहीं था. कांग्रेस ने तो खुद संविधान के रचयिता डॉ भीमराव अंबेडकर, जिन्होंने आरक्षण दिया, उनको पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू ने मुंबई में जाकर हराया था. पीएम मोदी ने पंच तीर्थ अंबेडकर के नाम पर बनाए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो एससी-एसटी के महापुरुषों का सम्मान बढ़ाया है. डॉ मीणा ने खुद के लिए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मेरे जैसे एसटी के आदमी को राज्यसभा का सांसद बनाया और दौसा से ही रामकुमार वर्मा जो एससी से आते हैं, उन्हें भी राज्यसभा सांसद बनाया, लेकिन कांग्रेस के पास एक भी उदाहरण ऐसा नहीं है, जिसमें कांग्रेस ने कभी एससी या एसटी के लोगों को राज्यसभा सांसद बनाया हो.