दंतेवाड़ा: जिले के बैलाडीला क्षेत्र में तबाही का मंजर दिख रहा है. दंतेवाड़ा जिले में रविवार को लौह अयस्क खनन क्षेत्र में एक टैंक की दीवार ढह गई. इससे किरंदुल कस्बे के निचले इलाकों में पानी भर गया. इसके बाद क्षेत्र के करीब 40 से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. अधिकारियों की मानें तो रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण हालात और भी बदतर होते जा रहे हैं. बारिश के बीच पहाड़ी पर बने टैंक की दीवार टूटने के बाद निचले इलाकों में पानी भरने से कुछ लोग फंस भी गए थे. हालांकि लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
कई घर हुए बर्बाद: जानकारी के मुताबित एनएमडीसी के 70 मीटर लंबे, 70 मीटर चौड़े और 2.5 मीटर गहरे टैंक की पूर्वी दीवार ढह गई. इससे ढलान से अचानक भारी मात्रा में पानी बहने लगा और किरंदुल में बाढ़ जैसे हालात हो गए. सूचना मिलते ही प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया. बाढ़ में फंसे दो बच्चों को बचाकर टीम ने स्थानीय अस्पताल पहुंचाया. फिलहाल दोनों की हालत स्थिर है. वहीं, इलाके के कई घर टूट चुके हैं.
मुआवजे की मांग पर अड़े पीड़ित परिवार: पीड़ितों की मानें तो जिले के किरंदुल बंगाली कैम्प के 3 नंबर वार्ड, 4 नंबर वार्ड, 6 नंबर वार्ड में लौह चूर्ण के साथ पहाड़ी नाले का पानी घरों में घुस गया. घर समान छोड़ कर लोग अपनी जान बचा कर किसी तरह भागे. लाल पानी का सैलाब इतना भयानक था कि उसके जद में जो भी आता उसकी जान तो नहीं बचती. पूरे क्षेत्र में मिट्टी और कीचड़ लोगों की घरों तक पहुंच गया है. लोगों के घरों के अंदर तक पानी जाने के कारण घर का पूरा सामान खराब हो गया है. इधर, विरोध में आक्रोशित लोगों ने चक्का जाम कर दिया. क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है. पीड़ित परिवार एनएमडीसी से मुआवजा की मांग कर रहे है.