वाराणसी : पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का दावा करने वाली महामंडलेश्वर हिमांगी सखी के विरोध में किन्नर समुदाय के लोग गुरुवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन देने जिला मुख्यालय पहुंचे. इस दौरान जिला मुख्यालय पहुंचे किन्नरों ने विरोध दर्ज कराते हुए हिमांगी सखी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
गुरुवार को जिला मुख्यालय पर किन्नर समुदाय के लोगों ने हिमांगी सखी को वाराणसी से जिला बदर करने की अपील की. वहीं, हाथ में पोस्टर लेकर नारे लगाए. इसके अलावा किन्नर समुदाय के लोगों ने हाथों में 'काशी को बचाना है हिमांगी को भगाना है' के पोस्टर लेकर नारेबाजी की. वहीं, इस संबंध में बात करते हुए सलमान किन्नर ने कहा कि हिमांगी ने बनारस में आकर हिन्दू-मुस्लिम किया.
एकता को भंग करने की कोशिश की है. जानकारी मिल रही है कि यह अपने को प्रथम किन्नर कहती हैं. यह प्रथम किन्नर कैसे हो सकती हैं? हमारी प्रथम महामंडलेश्वर आचार्य डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी हैं. उन्होंने किन्नर अखाड़ा के लिए संघर्ष किया और किन्नर अखाड़े को स्थापित किया.
वहीं, सलमान किन्नर ने कहा कि हम प्रशासन से मांग करते हैं कि हिमांगी की जांच कराई जाए और सख्त कार्रवाई की जाए. यह महामंडलेश्वर भी नहीं हैं. यह भी पता नहीं चल पाया है कि यह किस अखाड़े की महामंडलेश्वर हैं और इनका कौन गुरू है?